Kapil Dev Birthday: भारत में सिनेमा, राजनीति और क्रिकेट बहुत प्रसिद्ध हैं। क्रिकेट को लेकर भारतवासियों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। भारत में क्रिकेट एक धर्म माना जाता है। लेकिन एक समय ऐसा भी था। जब क्रिकेट अपने चरम पर नहीं था और हॉकी भारतीय फैंस के दिल-दिमाग पर छाई हुई थी, लेकिन फिर 1978 में इंटरनेशनल क्रिकेट में आगमन हुआ कपिल देव का और उन्होंने भारतीय क्रिकेट की तस्वीर ही पूरी तरह से बदल दी। उनकी कप्तानी में ही भारतीय टीम ने वनडे वर्ल्ड कप 1983 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया था। उन्होंने क्रिकेट की वह नींव डाली, जिस पर बाद में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों ने क्रिकेट का महल खड़ा किया। आज हम अपनी रिपोर्ट में जानेंगे भारत के महानतम कप्तानों में से एक कपिल देव के बारे में।
बेहतरीन ऑलराउंडर्स में होता था शुमार
कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1959 को चंडीगढ़ में हुआ था। आज वह अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। कपिल अपनी कातिलाना गेंदबाजी और विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए फेमस थे। उनका शुमार दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर्स में होता है, जो लय में होने पर दुनिया की बेहतरीन विरोधी टीमों को पस्त करने में माहिर थे। उनके पास गेंदबाजी में सटीकता और गेंद को स्विंग कराने की क्षमता थी। गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी उनका कोई सानी नहीं था।
भारतीय टीम के लिए 1978 में किया था डेब्यू
कपिल देव ने भारतीय टीम के लिए साल 1978 में वनडे में डेब्यू किया था और इसी साल उन्होंने भारतीय टीम के लिए टेस्ट में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने दमदार प्रदर्शन से जल्द ही टीम इंडिया में परमानेंट जगह बना ली। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 131 टेस्ट मैचों में 434 विकेट हासिल किए और 225 वनडे में 253 विकेट हासिल किए। जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से 1994 में आखिरी मैच खेला था। तब वह भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
फाइनल में वेस्टइंडीज को दी थी शिकस्त
वनडे वर्ल्ड कप 1983 के फाइनल में भारतीय टीम ने तब मजबूत माने जाने वाली वेस्टइंडीज को शिकस्त दी थी। क्योंकि क्लाइव लॉयड की कप्तानी में विंडीज की टीम पिछले दो बार से वर्ल्ड कप जीतती आ रही थी और उन्हें हरा पाना लोहे के चने चबाने जैसा था। लेकिन कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को 43 रनों से हराकर पूरी दुनिया को चौंका दिया था।
वनडे वर्ल्ड कप 1983 में कपिल देव ने जिम्बाब्वे के खिलाफ शानदार 175 रनों की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 16 चौके और 6 छक्के लगाए थे। उनकी इस पारी को आज भी वनडे क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक गिना जाता है। खास बात ये है कि इस पारी का आज कोई भी वीडियो उपलब्ध नहीं है। वह वनडे वर्ल्ड कप 1983 में भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। तब उन्होंने 303 रन बनाए थे। वहीं उन्होंने बॉलिंग से 12 विकेट हासिल किए थे।
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