Kamran Ghulam Test Debut Centuty: कामरान गुलाम। ये नाम वैसे तो आपने कम ही सुना होगा, लेकिन सुन लीजिए और जान भी लीजिए। क्योंकि हो सकता है कि आने वाले वक्त में आपको ये नाम कई बार सुनाई और दिखाई दे। कामरान गुलाम ने आज ही अपने टेस्ट डेब्यू किया और पहले ही मुकाबले में क्या कमाल की पारी खेली। अब वे उन खिलाड़ियों में शुमार हो गए हैं, जिन्होंने टेस्ट डेब्यू में ही सेंचुरी जड़ने काम किया है। ये केवल सेंचुरी भर नहीं है। पाकिस्तान क्रिकेट में इसके कुछ और भी मायने हैं। उन्होंने पाकिस्तान के टेस्ट इतिहास में बड़ा कारनामा किया है।
बाबर आजम की जगह मिली कामरान गुलाम को एंट्री
कामरान गुलाम को बाबर आजम की जगह इस टेस्ट में खेलने का मौका मिला है। बाबर आजम पाकिस्तान के लिए नंबर चार के पक्के बल्लेबाज रहे हैं। इसी बीच जब लगातार वे फ्लॉप साबित हुए तो उनकी टीम से छुट्टी कर दी गई। कहा तो यही गया कि बाबर आजम को रेस्ट दिया गया है, लेकिन ऐसा है नहीं, खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इस बीच जब कामरान गुलाम को मौका मिला तो उन्होंने इसका भरपूर फायदा उठाया और डेब्यू टेस्ट में सेंचुरी जड़ दी।
नंबर चार पर डेब्यू करते ही जड़ दिया शतक
टेस्ट क्रिकेट में नंबर चार ही जगह काफी ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है। यहां पर टीम का सबसे अनुभवी खिलाड़ी ही बल्लेबाजी के लिए आता है। यही वजह है कि अक्सर देखने को नहीं मिलता कि कोई नया खिलाड़ी डेब्यू में ही नंबर चार पर खेले। लेकिन कामरान गुलाम को ये मौका मिला। पाकिस्तान के टेस्ट इतिहास की ही बात कर लें तो अब तक उनके केवल दस ही बल्लेबाज ऐसे हुए हैं, जिन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू नंबर चार ही किया है। लेकिन इससे पहले केवल सलीम मलिक ही ऐसे बल्लेबाज रहे, जिन्होंने चार नंबर पर पाकिस्तान के लिए डेब्यू कर शतक लगाया था।
ये भी रिकॉर्ड कामरान ने बनाया
खास बात ये भी है कि सलीम मलिक अपने टेस्ट डेब्यू की पहली पारी में 12 रन ही बनाए थे। उनका शतक दूसरी पारी में आया था। लेकिन कामरान तो उनसे भी एक कदम आगे निकले और टेस्ट डेब्यू की पहली ही पारी में शतक ठोकने का काम कर दिया। उन्होंने चौके से अपना पहला शतक पूरा किया है। कारनाम ने इससे पहले डोमेस्टिक क्रिकेट में कई सारे कारनामे किए हैं, लेकिन अब वे इंटरनेशनल क्रिकेट में भी छाने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। कामरान के कारनामे यहीं पर खत्म नहीं होते। कामरान गुलाम नंबर चार पर टेस्ट डेब्यू कर शतक जड़ने वाले दुनिया भर के छठे बल्लेबाज ही हैं। इससे पहले साल 2000 में बांग्लादेश के अमीनुल इस्माल ने भी ऐसा ही कुछ किया था। यानी करीब 24 साल बाद किसी बल्लेबाज ने नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए डेब्यू टेस्ट में शतक ठोका है।
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