इंग्लैंड के लिमिटेड ओवर टीम के कप्तान जोस बटलर दुनिया भर में खेले जाने वाली तमाम बड़ी टी20 लीग के सुपरस्टार हैं। उनकी हर लीग में जबरदस्त मांग है जिसे वह पूरी भी करते हैं। चाहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) हो या साउथ अफ्रीका टी20 (एसए20) वह अपना जलवा बिखेरते हैं। लेकिन नेशनल ड्यूटी पर बुलावा आते ही वह देश की सेवा के लिए हाजिर भी हो जाते हैं। यह एक बड़ी क्वालिटी है जो बटलर को इंग्लिश टीम ने उनके तीन साथियों से अलग बनाती है। एलेक्स हेल्स, सैम बिलिंग्स और डेविड विले ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने के लिए मार्च में बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज खेलने से मना कर दिया है।
जोस बटलर हैं टी20 लीग के सुपरस्टार
आईपीएल 2022 में बटलर ने राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए सबसे ज्यादा रन बनाकर ऑरेंज कैप अपने नाम किया। इसके बाद, एसए20 के पहले सीजन में वह पार्ल रॉयल्स टीम का हिस्सा बने और इस लीग में भी वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने आठ मैच की आठ पारियों में 40.71 के औसत और 123.38 के स्ट्राइक रेट से 285 रन बनाए। इन सबके बीच जब बात इंग्लैंड के लिए खेलने की आई तो वह तुरंत उपलब्ध हो गए, लेकिन उनके तीन साथी खिलाड़ी वैसा कमिटमेंट नहीं दिखा सके। इंग्लैंड की वनडे-टी20 फॉर्मेट टीम के कप्तान बटलर ने स्वीकार किया कि खिलाड़ियों के फ्रेंचाइजी क्रिकेट को तरजीह देने से अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिये सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं चुन पाने से वह दुखी हैं।
टी20 लीग से ऊपर इंटरनेशनल क्रिकेट- बटलर
बटलर ने ‘ईएसपीएन क्रिकइन्फो’ से कहा, ‘‘हम अपनी सर्वश्रेष्ठ उपलब्ध टीम चुनना चाहते हैं। कई बार हताशा होती है कि ऐसा कर नहीं पाते लेकिन मैं खिलाड़ियों के फैसले को समझता हूं। यह अजीब हालात है। जिस तरह से मैचों का कार्यक्रम है, हमें दोनों पक्षों को समझना होगा। इंग्लैंड का कप्तान होने के नाते मैं चाहता हूं कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलें लेकिन फिर खिलाड़ियों के नजरिये से सोचूं तो इंग्लैंड के लिए खेलने और फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने से होने वाली कमाई में काफी अंतर है जो समझना होगा।’’
टी20 लीग ने इंग्लैंड की बढ़ाई मुश्किल
दुनिया भर में चलने वाली टी20 लीगों में इंग्लैंड के ज्यादातर खिलाड़ी खेलते हैं। इंग्लिश प्लेयर्स की इन लीगों में खेलने से नेशनल टीम में उनकी उपलब्धता बाधित होती है। बता दें कि इंग्लैंड 2019 वर्ल्ड कप के बाद से अब तक खेले गए 33 वनडे में 37 खिलाड़ियों को आजमा चुका है। बांग्लादेश दौरे पर भी उसे टॉम एबेल और रेहान अहमद के रूप में दो नए खिलाड़ियों को चुनना पड़ा है।