Highlights
- इंग्लैंड को पिछले 6 में से सिर्फ दो वनडे में मिली जीत, 3 में से जीता एक टी20 मैच
- भारत ने इंग्लैंड को उसी के घर में वनडे और टी20 दोनों सीरीज में 2-1 से दी थी मात
- बेन स्टोक्स के वनडे से संन्यास के बाद उठी थी टाइट शेड्यूल की बात
Jos Buttler: इंग्लैंड की टीम ने न्यूजीलैंड को अपने घर पर टेस्ट सीरीज में रौंदा। दूसरी तरफ व्हाइट बॉल क्रिकेट में टीम ने साथ ही साथ नीदरलैंड को भी एकदिवसीय सीरीज में रौंद दिया। फिर शुरू हुआ भारत का दौरा जहां टेस्ट मैच में तो अंग्रेज क्रिकेटर्स का जलवा दिखा लेकिन व्हाइट बॉल क्रिकेट में चुनौतियां जैसे-जैसे बढ़ती गईं वैसे उनकी कमियां भी सामने आती गईं। हालांकि, पेस अटैक उतना अनुभवी नहीं था लेकिन कमजोर भी नहीं था। भारत हो चाहें साउथ अफ्रीका, रीस टॉप्ली, डेविड विली, बाइडन कार्स ने अपने हथियार नहीं डाले।
इन सबके बाद भी टीम को पिछले 6 में से सिर्फ 2 वनडे मैचों में ही जीत मिल सकी। टीम के कई पूर्व कप्तान लगातार बिजी शेड्यूल को इसका जिम्मेदार भी ठहरा रहे हैं। लेकिन क्या यह टाइट शेड्यूल वाली बातें तब सामने आने लगीं जब इंग्लैंड को हार मिलना शुरू हुई या फिर पहले से ही ऐसा कुछ था भी। क्योंकि टीम के कप्तानों और खिलाड़ियों को तो शेड्यूल की खबर रहती ही होगी। दरअसल इंग्लैंड को बैक टू बैक भारत ने टी20 व वनडे सीरीज में मात दी। फिर साउथ अफ्रीका ने भी कांटे की टक्कर दी और बारिश के कारण सीरीज 1-1 से ड्रॉ हो गई।
नासिर हुसैन और माइकल वॉन कह चुके हैं ये बात!
दरअसल हाल ही में इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के महज 31 साल की उम्र में वनडे से संन्यास को लेकर कई बयान सामने आए थे। नासिर हुसैन ने साफतौर पर आईसीसी के व्यस्त कार्यक्रम पर निशाना साधा था तो माइकल वॉन ने टी20 लीग्स को जिम्मेदार ठहरा दिया था। केविन पीटरसन ने भी वर्कलोड मैनेजमेंट की बात कही थी। लेकिन क्या व्यस्त शेड्यूल की बातें तब ही सामने आती हैं जब टीम हारने लगे या कोई खिलाड़ी खराब खेलने लगे?
इंग्लैंड ने नीदरलैंड के खिलाफ 498 रन बनाए थे। कप्तान जोस बटलर का बल्ला जमकर चल रहा था और जेसन रॉय से डेविड मलान तक हर कोई रन बना रहा था। उससे पहले आईपीएल में भी जोस बटलर ने दमदार प्रदर्शन किया था। लेकिन भारत और साउथ अफ्रीका के क्वालिटी गेंदबाजी अटैक के सामने आते ही चीजें बदल कैसे गईं। तब एकदम से व्यस्त कार्यक्रम को क्यों जिम्मेदार ठहराया जाने लगा?
क्या बोले जोस बटलर?
पिछले 18 दिनों में इंग्लैंड ने तीन टी20 इंटरनेशनल और 6 वनडे मुकाबले खेले हैं। पिछले 6 में से सिर्फ दो वनडे में टीम को जीत मिली है और तीन में से सिर्फ एक टी20 टीम जीत पाई है। वहीं पिछले महीने नीदरलैंड को इंग्लैंड की टीम ने तीनों वनडे मैचों में बुरी तरह रौंदा था। अब वनडे सीरीज 1-1 से ड्रॉ होने के बाद टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है। उससे पहले बटलर ने कहा कि,'बैक टू बैक सीरीज के कारण ट्रेनिंग का समय नहीं मिल पा रहा। और उनके मुताबिक यह काफी परेशान करने वाली बात है।' कहीं ना कहीं टीम के गिरते ग्राफ के पीछे नवनियुक्त अंग्रेज कप्तान ने टाइट शेड्यूल को बड़ा कारण बताया है। जबकि शेड्यूल साफ है और खास बात सभी मैच घरेलू हैं।
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गौरतलब है कि 2020-21 में कोरोना के कारण क्रिकेट का FTP काफी प्रभावित हुआ। अब बायो बबल भी हटा दिया गया है। ऐसे में आईसीसी के सामने भी सारे ईवेंट्स करवाना चुनौती है। वहीं भारत के साथ-साथ इंग्लैंड भी जब दो-दो टीमों का फॉर्मूला फॉलो करती है तो इस टाइट शेड्यूल वाली बात का मतलब नहीं रहे जाता। बटलर, मलान, रॉय, मोईन अली यह ज्यादातर खिलाड़ी सिर्फ व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलते हैं। फिर यह महज सुर में सुर मिलाने से ज्यादा कुछ नहीं लगता।