Highlights
- इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराया
- जॉनी बेयरस्टो ने इंग्लैंड के लिए किवियों के खिलाफ लगाया सबसे तेज अर्धशतक
- बेयरस्टो ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बॉथम को छोड़ा पीछे
इंग्लिश बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट की सीरीज में जनकर रन बरसाए और रफ्तार ऐसी रखी मानो टी20 क्रिकेट खेल रहे हों। पहले टेस्ट में शुरू हुआ उनके रनों की बारिश का सिलसिला तीसरे टेस्ट की आखिरी पारी में सात विकेट की जीत पर जाकर रुका। आखिरी टेस्ट में जीत दर्ज करते हुए बेयरस्टो ने 44 गेंदों में नाबाद 71 रन बनाए।
बेयरस्टो ने इंग्लैंड की ओर से न्यूजीलैंड के खिलाफ लगाई सबसे तेज फिफ्टी
बेयरस्टो ने तीसरे टेस्ट के पांचवें दिन क्रीज पर आते ही ताबड़तोड़ शॉट लगाने शुरू कर दिए। अंतिम दिन जीत के लिए जरुरी 112 रन का पीछा करते हुए इंग्लिश बल्लेबाज ने सिर्फ 30 गेंदों में फिफ्टी लगा दी। ये न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड के किसी भी बल्लेबाज का लगाया सबसे तेज अर्धशतक है। इससे पहले ये रिकॉर्ड इयन बॉथम के नाम था, जिन्होंने 1986 में द ओवल में कीवियों के खिलाफ टेस्ट मुकाबले में 32 गेंदों में अर्धशतक लगाया था।
बेयरस्टो ने इंग्लैंड के लिए टेस्ट में लगाई दूसरी सबसे तेज फिफ्टी
बेयरस्टो ने लीड्स में हुए सीरीज के अंतिम टेस्ट में आखिरी पारी में 30 गेंद में फिफ्टी मार्क को छूने के दौरान छह चौके और दो छक्के लगाए। यह टेस्ट क्रिकेट में किसी इंग्लिश बल्लेबाज का लगाया दूसरा सबसे तेज अर्धशतक है। इस लिस्ट में पहले नंबर पर इयन बॉथम हैं, जिन्होंने 1981 में दिल्ली में भारत के खिलाफ 28 गेंदों में फिफ्टी लगा डाली थी।
टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड की ओर से सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले टॉप थ्री बल्लेबाज
खिलाड़ी | गेंद | रन | विरोधी | वेन्यू | साल |
इयन बॉथम | 28 | 50 | भारत | दिल्ली | 1981 |
जॉनी बेयस्टो | 30 | 50 | न्यूजीलैंड | लीड्स | 2022 |
इयन बॉथम | 32 | 50 | न्यूजीलैंड | द ओवल | 1986 |
इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड का किया क्लीन स्वीप
इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में सात विकेट से करारी शिकस्त दे दी। मुकाबले के पांचवें दिन पहले सत्र में जीत दर्ज करके मेजबानों ने तीन टेस्ट की सीरीज में कीवियों का 3-0 से सूपड़ा भी साफ कर दिया। इस सीरीज में इग्लैंड का रन रेट 4.54 रहा। यह किसी भी सीरीज में कम से कम पांच पारियों में बल्लेबाजी करने वाली दुनिया की तमाम टीमों के बीच अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।