क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने बल्ले से तमाम रिकॉर्ड्स को तोड़ा और बनाया था। सचिन ने वनडे और टेस्ट क्रिकेट में रनों का ऐसा अंबार लगाया था जिसके करीब पहुंच पाना भी नामुमकिन नजर आता है। लेकिन पहली बारी टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदलुकर का सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड खतरे में नजर आ रहा है। जब भी मौजूदा समय में सचिन के रिकॉर्ड्स को तोड़ने की बात आती है तो भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का नाम सबसे ऊपर आता है, लेकिन हम आपको बता दें कि टेस्ट में सचिन के रिकॉर्ड के लिए खतरा एक विदेशी बल्लेबाज बना हुआ है।
खतरे में सचिन का रिकॉर्ड!
बता दें कि टेस्ट क्रिकेट में सचिन के नाम 15921 रन हैं। वहीं वनडे क्रिकेट में उन्होंने 18426 रन बनाए हैं। वनडे में तो दुनिया का कोई बल्लेबाज सचिन के इस रिकॉर्ड के आस-पास भी नहीं है और शायद आने वाले समय में हो भी नहीं। लेकिन टेस्ट में उनके रिकॉर्ड की ओर एक बल्लेबाज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। ये खिलाडी और कोई नहीं बल्कि इंग्लैंड के जो रूट हैं। रूट को पिछले कुछ सालों से टेस्ट क्रिकेट में रनों की मशीन माना जाता है। बता दें कि इंग्लैंड की टीम ने हाल ही में एकमात्र टेस्ट मैच में आयरलैंड की टीम को 10 विकेट से मात दी। इस मैच में रूट ने एक पारी में बल्लेबाजी करते हुए 56 रन बनाए। रूट ने अपनी इस पारी के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 11 हजार रन पूरे किए। ये खिलाड़ी टेस्ट में सबसे तेज 11 हजार रन बनाने वाला दूसरा सबसे युवा खिलाड़ी बना।
तेजी से आगे बढ़ रहे रूट
रूट ने ये कारनामा मात्र 32 साल और 153 दिन की उम्र में ही कर दिया। वहीं सचिन ने जब टेस्ट में 11 हजार रन पूरे किए थे तो वो 34 साल और 95 दिन के थे। यानी रूट सचिन से काफी तेज रहे। इस लिस्ट में सबसे तेज इंग्लैंड के ही एलेस्टेयर कुक रहे। कुक ने 31 साल और 357 दिन की उम्र में 11 हजार रन बना लिए थे। हालांकि ये खिलाड़ी अब रिटायरमेंट ले चुका है। लेकिन रूट के पास सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ने का अच्छा मौका है।
3-4 साल और रखनी होगी फॉर्म बरकरार
रूट ने अभी तक टेस्ट क्रिकेट में 130 मुकाबले खेले हैं। इस दौरान 238 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए इस खिलाड़ी ने 11004 रन बनाए हैं। रूट ने 29 शतक ठोके हैं, वहीं ये खिलाड़ी 50 से ज्यादा की औसत से खेलता है। सचिन के 15921 रनों से रूट 4918 रन पीछे हैं। अगर अगले 3-4 साल रूट अपनी अच्छी फॉर्म और फिटनेस को बरकरार रखते हैं तो वो सचिन से आगे जा सकते हैं। लेकिन ये काफी मुश्किल भी रहने वाला है। बता दें कि सचिन ने 2013 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।