दुनिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार जसप्रीत बुमराह ने कहा कि रोहित शर्मा को उनकी काबिलियत पर हमेशा ही भरोसा था। यहां तक कि जब वह मुंबई इंडियंस में नए थे तो भी भारतीय कप्तान ने उन्हें महत्वपूर्ण ओवर गेंदबाजी करने को दिए और अब वह उनके तरीके से चीजें करने की आजादी देते हैं। जसप्रीत बुमराह के अनुसार रोहित शर्मा ने उनकी गेंदबाजी के विकास में अहम भूमिका अदा की है। भारतीय टीम के साथी रविचंद्रन अश्विन के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर ‘डीआरएस विद एश’ एपिसोड के दौरान बुमराह ने कहा कि जब मैं टीम में आया था तो रिकी पोंटिंग कप्तान थे और मैं नियमित रूप से नहीं खेल रहा था। मैंने रोहित शर्मा की कप्तानी में ही ज्यादा खेलना शुरू किया, उन्हें मुझे पर काफी भरोसा था। उन्होंने मेरे अंदर काफी आत्मविश्वास भरा।
मुंबई इंडियंस से किया था डेब्यू, फिर मिली टीम इंडिया में जगह
जसप्रीत बुमराह ने कहा कि रोहित मुझे नेट्स पर गेंदबाजी करते हुए देखा कि मेरे अंदर किस तरह का कौशल है, इसलिए उन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया और हमेशा मुझे कहा कि खुद पर भरोसा रखूं और यहां तक कि शुरुआती चरण में भी उन्हें मुझ पर काफी भरोसा था, इसलिए वह मुझे महत्वपूर्ण ओवर देते थे। बुमराह ने कहा कि इससे मुझे लगता कि मैं यह काम कर सकता हूं, कभी कभार आप फिर भी यह मानने की कोशिश कर रहे होते हो कि शायद यही सही फैसला है कि मैं मुश्किल काम कर रहा हूं, लेकिन उन्होंने आपको ऐसी मुश्किल परिस्थिति में डाल दिया कि आप खुद ही इससे बाहर निकलने का तरीका ढूंढ लोगे। आईपीएल में 2013 में और फिर 2016 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले बुमराह अब बेहतरीन तेज गेंदबाज बन चुके हैं। रोहित और बुमराह दोनों पांच बार की विजेता मुंबई इंडियंस की इंडियन प्रीमियर लीग में सफलता का पर्याय रहे हैं।
रोहित शर्मा जसप्रीत बुमराह को देते हैं पूरी आजादी
रोहित शर्मा पर जसप्रीत बुमराह ने कहा कि उन्हें अभी तक मुझ पर काफी भरोसा है और अब हम उस जगह पर पहुंच चुके हैं कि वह मुझे बताते ही नहीं कि क्या करना है। वह कहते हैं, तुम खुद ही खिलाड़ियों को सजाओ और जो बदलाव तुम बताओगे, मैं वैसा करूंगा। उन्होंने कहा कि अब इस तरह का विश्वास बन चुका है। उन्हें यह भरोसा इसलिए है क्योंकि मैंने जिस भी तरह का मैदान सजाने को कहा, उन्होंने वैसा किया और इससे हमारा रिश्ता ऐसा बन गया है। रोहित अपने शांत चित्त व्यक्तित्व के लिए मशहूर हैं और वह उदाहरण पेश कर टीम की अगुआई करते हैं जिससे बुमराह काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि वह हमेशा बहुत सहज रहते हैं, कुछ दिन अच्छे नहीं जाते लेकिन वह हमेशा टीम का माहौल सरल बनाए रखते हैं और उन्होंने हमेशा ही इसे बहुत शांत बनाये रखने की कोशिश की है। इन चीजों ने बतौर क्रिकेटर मुझे काफी मदद की।
उपकप्तान बनाए जाने को लेकर कही ये बड़ी बात
जसप्रीत बुमराह ने कहा कि उन्हें काफी भरोसा है और बतौर गेंदबाज मेरे लिए यह हमेशा अच्छा स्थान रहा है क्योंकि मुझे वही करने की आजादी मिली जो मैं चाहता था। बतौर गेंदबाज यह मेरे लिये सही में काफी फायदेमंद रही और आने वाले दिनों में भी यह मेरे लिये काफी अहम होगी। श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा सीरीज में उप कप्तान नियुक्त किए जाने पर बुमराह ने कहा कि वह पद के पीछे नहीं हैं लेकिन अगर मौका दिया जाता है तो वह कभी भी टीम की अगुआई की जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे। बुमराह ने कहा कि मैं चीजों का पीछा नहीं करना चाहता क्योंकि मैं नहीं चाहता। मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो मानता है कि भगवान ने एक योजना बनाई है और सब चीजें उसकी के अनुसार होगी इसलिये मैं उस योजना में रुकावट नहीं डालना चाहता। मैं कुछ भी बदलना नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि मुझे जो भूमिका के लिए कहा जाता है, मैं वो सर्वश्रेष्ठ तरीके से करूंगा। मैं कुछ भी बदलना नहीं चाहता, जब आप टीम के सीनियर सदस्य हो तो आप हमेशा एक नेतृत्वकर्ता हो, इसलिये यह बस एक पद है।
(Bhasha inputs)