IND vs SA 2nd Test: केपटाउन का न्यूलैंड्स स्टेडियम वही मैदान है जहां जसप्रीत बुमराह ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने इसी मैदान पर भारत के लिए अपना पहला टेस्ट मैच खेलते हुए अपनी छाप छोड़ी थी। लगभग 6 साल बाद इसी मैदान पर खेलते हुए बुमराह टीम इंडिया की जीत के हीरो बने। वह इस मैदान पर भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए हैं।
न्यूलैंड्स स्टेडियम से बुमराह का पुराना नाता
जसप्रीत बुमराह इस स्थल को लेकर काफी भावुक हैं और सोने पर सुहागा यह रहा कि अफ्रीका पर सीरीज बराबर करने वाली जीत दर्ज करने के बाद उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया। इस मैच में बुमराह ने दूसरी पारी में छह विकेट चटकाए जिससे भारत ने 642 गेंद तक चले टेस्ट इतिहास के सबसे छोटे मैच में अफ्रीका को सात विकेट से हरा दिया। केपटाउन टेस्ट के बाद बुमराह ने कहा कि इस मैदान का हमेशा मेरे दिल में एक विशेष स्थान रहेगा। यहां 2018 में सफर की शुरुआत हुई, हमेशा सुखद यादें रहीं। बहुत खुशी है कि आज सब अच्छा रहा।
सबसे छोटे टेस्ट मैच पर कही ये बात
बुमराह ने कहा कि हमारी गेंदबाजी इकाई अनुभवी थी और हम प्रभाव डालना चाहते थे। मुझे उम्मीद नहीं थी कि खेल इतनी तेजी से आगे बढ़ेगा। बता दें मैच के पहले दिन 23 विकेट गिरे और भारत को दो मैच की सीरीज बराबर करने के लिए 79 रन का मामूली लक्ष्य मिला। भारत ने दूसरे दिन दूसरे सेशन में 12 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया जिससे यह टेस्ट इतिहास का अब तक का सबसे छोटा टेस्ट बन गया। अफ्रीका के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले पर बुमराह ने कहा कि हम भी पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे। टेस्ट क्रिकेट आपको आश्चर्यचकित करता है। शानदार सीरीज।
भारतीय बॉलिंग यूनिट की तारीफ की
चोटिल मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण में बुमराह के अलावा मुकेश कुमार, प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज जैसे खिलाड़ी शामिल थे। बुमराह ने कहा कि हमारी टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है लेकिन संदेश एक ही है- लड़ते रहो। बहुत सारे गेंदबाज बदल गए हैं लेकिन टीम में संदेश यही है कि लड़ते रहो।
(INPUT-PTI)
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