IND vs AUS: टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया दौरा करारी शिकस्त के साथ समाप्त हो गया। लगभग 2 महीने तक खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 सीरीज में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। पर्थ टेस्ट को छोड़ दें, तो इस पूरी सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी बुरी तरह फेल नजर आई। गेंदबाजी में भी सिर्फ जसप्रीत बुमराह इकलौते ऐसे गेंदबाज रहे जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को डराकर रखा। हालांकि बुमराह अकेले अपने दम पर टीम इंडिया को जीत नहीं दिला सके लेकिन फिर भी उन्होंने 5 मैचों की इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने का बड़ा कारनामा किया। वह ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा 32 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने। उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से नवाजा गया।
सिडनी टेस्ट में पहले 2 दिन तक कांटे का मुकाबला रहा लेकिन फिर जसप्रीत बुमराह के बीच मैच से बाहर होने के कारण टीम इंडिया की गेंदबाजी कमजोर पड़ गई। बुमराह को स्कैन के लिए अस्पताल जाना पड़ा। इसके बाद वह तीसरे दिन गेंदबाजी करने नहीं उतर सके। इसका खामियाजा टीम इंडिया को हार के रुप में भुगतना पड़ा। इस हार से कप्तान बुमराह काफी निराश हैं।
हार पर छलका दर्द
BGT हारने पर जसप्रीत बुमराह ने कहा कि ऐसे विकेट पर गेंदबाजी ना कर पाना निराश करने वाला है। हमारी टीम में एक गेंदबाज कम था और अन्य गेंदबाजों को अतिरिक्त जिम्मेदारी लेनी थी और इसी के इर्द गिर्द हमारी चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया इस सीरीज में गेम में बने हुई थी, ऐसा नहीं हुआ कि हम एकतरफा मैच हारे। इस सीरीज से हमारे पास सीखने के लिए काफी कुछ है। टेस्ट क्रिकेट में आपको परिस्थिति के हिसाब से खेलना होता है और यह सब भविष्य में हमारे काम आएगा। बुमराह ने आगे कहा कि टीम में काफी टैलेंट है और युवा खिलाड़ी जोश से भरे हुए हैं और उन्होंने भी इस दौरे से काफी कुछ सीखा है। यह काफी अच्छी सीरीज थी, ऑस्ट्रेलिया को बधाई वह इस जीत के हकदार हैं।
चोट पर नहीं दिया कोई अपडेट
जसप्रीत बुमराह ने सीरीज हारने पर निराशा व्यक्त की लेकिन अपनी चोट को लेकर कोई भी अपडेट नहीं दिया। उन्हें तीसरे दिन गेंदबाजी नहीं कर पाने का मलाल रहा। उन्होंने कहा कि यह थोड़ा निराशाजनक है लेकिन कभी-कभी आपको अपने शरीर का सम्मान करना होता है। आप अपने शरीर से नहीं लड़ सकते। निराशाजनक, शायद सीरीज के सबसे अच्छे विकेट पर गेंदबाजी करने से चूक गया। लंबे समय तक खेल में बने रहना, दबाव बनाना, दबाव को झेलना और स्थिति के हिसाब से खेलना सभी कुछ महत्वपूर्ण हैं। आपको परिस्थितियों के हिसाब से ढलना होता है और ये सीख हमें भविष्य में मदद करेगी।