Highlights
- इंग्लिश क्रिकेट जैक हॉब्स 20वीं शताब्दी के महान बल्लेबाज थे
- हॉब्स के रिकॉर्ड तक नहीं पहुंच सका दुनिया का कोई बल्लेबाज
- हॉब्स को "नाइट" की उपाधि पाने वाले पहले प्रोफेशनल क्रिकेटर
Jack Hobbs: जॉन बैरी हॉब्स, जिन्हें क्रिकेट जगत जैक हॉब्स के नाम से जानता है, दुनिया के तमाम बल्लेबाजों में चोटी पर हैं। 1882 में कैम्ब्रिज, इंग्लैंड में पैदा हुए हॉब्स की 1963 में मृत्यु हुई। उन्हें दुनिया से रुखसत हुए लगभग 60 साल गुजर चुके हैं। इस दौरान सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, ब्रायन लारा और रिकी पॉन्टिंग जैसे कई महान बल्लेबाज आए। सर्वकालीन महानतम बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन तो उनके जीवनकाल में ही खेले। लेकिन इनमें से कोई भी बल्लेबाज जैक हॉब्स की बराबरी नहीं कर सका।
दुनिया में सर्वाधिक रन बनाने वाला बल्लेबाज
जैक हॉब्स के नाम क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने फर्स्ट क्लास गेम्स में 834 मैच में 61760 रन बनाए। इस इंग्लिश क्रिकेटर ने फर्स्ट क्लास में सर्वाधिक 199 शतक भी लगाए हैं। इस दौरान उनका औसत 50.70 का रहा। अगर इनकी तुलना डॉन ब्रैडमैन से करें तो एक बड़ा अंतर सामने आता है। ब्रैडमैन ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 234 मैच में 28067 रन बनाए लेकिन उनका औसत हॉब्स से काफी बेहतर 95.14 का था। उन्होंने 117 शतकीय पारियां खेली थीं।
क्रिकेट की शुरुआत इंग्लैंड में हुई थी, जहां ये खेल 19वीं सदी से खेला जा रहा है। ये एक बड़ी वजह है कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वालों में तमाम नाम इंग्लिश बल्लेबाजों के ही हैं।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप 5 बल्लेबाज
रन | खिलाड़ी | मैच | करियर |
61,760 | जैक हॉब्स | 834 | 1905 से 1934 |
58,959 | फ्रैंक वूली | 978 | 1906 से 1938 |
57,611 | पैस्टी हैन्ड्रेन | 833 | 1907 से 1938 |
55,061 | फिल मेड | 814 | 1905 से 1936 |
54,211 | WG ग्रेस | 870 | 1865 से 1908 |
टेस्ट शतक लगाने वाला सबसे उम्रदराज बल्लेबाज
हॉब्स को “द मास्टर” के नाम से भी जाना जाता था, और उन्होंने अपने लंबे करियर के दौरान 50 वर्ष की आयु तक लगातार रन बनाए। उनके आधे शतक 40 से ज्यादा के उम्र में आए। वे 1928-29 में 46 साल की उम्र में टेस्ट शतक बनाने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने। हॉब्स ने अपने टेस्ट करियर में 61 मैच खेलकर 5410 रन बनाए जिसमें 15 शतक शामिल थे। जैक हॉब्स 1953 में “नाइट” की उपाधि पाने वाले पहले पेशेवर क्रिकेटर बने।