इशान किशन ने बांग्लादेश दौरे पर हुई वनडे सीरीज के आखिरी मैच में दोहरा शतक जड़ा। यह वनडे इतिहास की सबसे तेज डबल सेंचुरी थी। इसके बाद, श्रीलंका के खिलाफ सीरीज का आगाज हुआ पर पहले वनडे में दोहरा शतक लगाकर इतिहास रचने वाले इस भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई। टीम मैनेजमेंट के इस फैसले ने एक्सपर्ट और फैंस सबको हैरान किया। ज्यादातर लोगों ने इस फैसले की आलोचना की। मंगलवार को भारत ने श्रीलंका को पहले वनडे में किशन की गैरमौजूदगी में 67 रन से हराया। अगले दिन, बुधवार को टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इशान के बाहर रहने की वजह बताई।
इशान किशन का भी समय आएगा- सौरव गांगुली
सौरव गांगुली का मानना है कि इस तेजतर्रार विकेटकीपर बल्लेबाज को अपने समय के लिए इंतजार करना होगा क्योंकि शुभमन गिल ने कुछ भी गलत नहीं किया है। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष गांगुली ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि उसे मौका मिलेगा। उसका समय आएगा।’’
बाएं हाथ के बल्लेबाज किशन ने 10 दिसंबर को चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ इतिहास रचा जब उन्होंने 131 गेंदों पर 210 रन बनाए। वह वनडे क्रिकेट में सबसे कम उम्र में और सबसे तेज दोहरा शतक बनाने वाले खिलाड़ी बने। इस पारी के बावजूद गुवाहाटी में हुए वनडे मैच के लिए टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में उन्हें सलामी शुभमन गिल के लिए जगह बनानी पड़ी। वेंकटेश प्रसाद सहित कई पूर्व क्रिकेटरों ने गुवाहाटी वनडे में किशन को बाहर करने के टीम इंडिया के फैसले की आलोचना की।
इन आलोचनाओं के बीच गांगुली ने चुप रहना चुना। सौरव ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता। मेरे लिए यह कहना मुश्किल है। भारत में हमारे पास बहुत अधिक राय हैं, राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा को फैसला करने दें। जो लोग खेलते हैं उन्हें यह तय करना चाहिए कि कौन सर्वश्रेष्ठ है।’’
शुभमन गिल की शानदार लय
इशान किशन की जगह टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज खेलने वाले शुभमन गिल ने श्रीलंका के खिलाफ इस मैच में 60 गेंदों में 70 रन बनाए जिसमें 11 चौके शामिल हैं। उन्होंने 2022 में 12 वनडे की 12 पारियों में 70.88 के औसत से 638 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 102.57 का है। इस दौरान उन्होंने 1 शतक के साथ 4 अर्धशतक भी लगाए हैं। खास बात ये कि वह 12 पारियों में से 3 बार नॉट आउट रहे हैं। ये आंकड़े उनके शानदार लय और भरोसेमंद होने की गवाही देते हैं। दरअसल गांगुली अपने बयान में गिल का बचाव नहीं बल्कि इन शानदार आंकड़ों के बारे में ही संकेत देते हुए कह रहे हैं कि शुभमन गिल ने कोई गलती नहीं की जिससे उन्हें टीम से बाहर किया जाए।