वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में ईशान किशन ने दूसरी पारी में जिस अंदाज में बल्लेबाजी की उसने ऋषभ पंत की याद दिला दी थी। खासतौर से ईशान के एक हाथ से लगाए गए छक्कों ने हर किसी के जहन में पंत के वन हैंड सिक्सर्स की यादें ताजा कर दीं। अब इसी के साथ लोग कहने लगे हैं कि टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी चिंता दूर हो गई है। दरअसल ऋषभ पंत के एक्सीडेंट के बाद टेस्ट में टीम इंडिया के लिए एक विकेटकीपर बल्लेबाज का रोल काफी चिंता का विषय हो गया था। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी, WTC फाइनल हर जगह केएस भरत को ट्राई किया गया लेकिन शुरुआती पांच मुकाबलों में वह कुछ खास नहीं कर पाए। विकेटकीपिंग में वह जरूर अच्छे रहे लेकिन बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने खुद को साबित नहीं किया।
उधर ईशान किशन को वेस्टइंडीज दौरे पर दोनों टेस्ट मैच में मौका मिला। पहले टेस्ट में जहां वह मात्र 1 रन बना पाए थे और नाबाद रहे थे। वहीं दूसरे टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में 37 गेंदों पर 25 और फिर दूसरी पारी में 34 गेंदों पर 52 रन बनाकर हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। पांच टेस्ट मैच खेलने के बाद भरत एक भी फिफ्टी नहीं लगा पाए थे। वहीं किशन ने अपनी पहली सीरीज में ही खेलते हुए अर्धशतक तो लगाया ही और उस अंदाज में लगाया जिससे हर क्रिकेट फैन को लगा कि, अब दस्ताने पंत की जगह सही हाथों में आए हैं। किशन ने दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच में दोहरा शतक लगाकर काफी सुर्खियां बटोरी थीं। अब जहां उन्होंने टीम इंडिया की चिंता को तो दूर कर दिया है, वहीं भरत के करियर के लिए वह अब गले की फांस बन गए हैं।
केएस भरत को मौका मिलना मुश्किल!
ऋषभ पंत अभी चोटिल हैं और ऐसे में टीम इंडिया अब फिलहाल रेड बॉल क्रिकेट में ईशान किशन को ही उनके विकल्प के तौर पर देखेगी। हालांकि, अगर पंत नहीं हुए तो केएस भरत को बैकअप विकेटकीपर के तौर पर रखा जा सकता है टीम में, लेकिन अब उनका खेलना थोड़ा मुश्किल लगने लगा है। वहीं अगर वर्ल्ड कप के बाद तक ऋषभ पंत फिट हो जाते हैं तो टीम इंडिया जब अपनी अगली टेस्ट सीरीज दिसंबर-जनवरी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलेगी। उसमें से भरत टीम से भी बाहर हो सकते हैं। वहां किशन को बैकअप ऑप्शन और पंत को मेन ऑप्शन के तौर पर ले जाया जा सकता है। यानी अब भरत को खुद को बतौर बल्लेबाज साबित करना होगा।
ईशान किशन vs केएस भरत, करियर रिकॉर्ड
भरत ने भारत के लिए पांच टेस्ट मैच खेले हैं जिसकी 8 पारियों में उनके नाम सिर्फ 129 रन दर्ज हैं। भरत का औसत 18.43 का है और उनका बेस्ट स्कोर सिर्फ 44 रन है। 8 पारियों में से सिर्फ एक बार ही वह नाबाद रहे पाए हैं। अगर ईशान किशन की बात करें तो उन्होंने दो मैचों की तीन पारियां खेली हैं जिसमें 78 के औसत से वह 78 रन बना चुके हैं। उनका औसत इसलिए शानदार है क्योंकि तीन पारियों में से दो बार वह नॉटआउट रहे थे। उन्होंने एक अर्धशतक लगाते हुए नाबाद 52 रन बनाए थे। वहीं भरत एक भी पचासा नहीं लगा पाए। वनडे और टी20 में तो ईशान अपना अलग स्थान टीम इंडिया में बना ही चुके हैं। ऐसे में अब रेड बॉल क्रिकेट में भी उन्होंने दस्तक दे दी है और उनकी इस तूफानी दस्तक से भरत का करियर खतरे में पड़ सकता है।