IPL vs PSL Rizwan : आईपीएल 2023 के लिए मिनी ऑक्शन होने जा रहा है। 23 दिसंबर को कोच्चि में खिलाड़ियों पर बोली लगाई जाएगी। इस बीच चर्चा में पाकिस्तान का पीएसएल है। पीएसएल के लिए खिलाड़ियों का ऑक्शन नहीं होता है, खिलाड़ी ड्रॉफ्ट के माध्यम से खरीदे जाते हैं। आईपीएल और पीएसएल की अक्सर तुलना की जाती है, ये काम ज्यादातर पाकिस्तान के ही खिलाड़ी करते हैं। जबकि दुनिया जानती है कि आईपीएल के आगे पीएसएल कहीं भी नहीं टिकता। आईपीएल दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग है और कुछ साल बाद ये दुनिया के किसी भी खेल की सबसे बड़ी लीग भी बनने की ओर अग्रसर है। इस बीच पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान ने पीएसएल को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है। रिजवान का बयान ऐसा है कि किसी को भी नहीं पचेगा। अपनी बात रखते हुए मोहम्मद रिजवान को जरा सी शर्म भी नहीं आई।
पीएसएल को लेकर क्या बोले मोहम्मद रिजवान
पीएसएल के ड्रॉफ्ट के दौरान पहुंचे मोहम्मद रिजवान ने बड़े बोल बोलते हुए कहा कि हमको पता है कि पीएसएल ने दुनिया को हैरान कर दिया है। शुरू में बातें हो रही थीं कि पीएसएल कामयाब नहीं हो पाएगा। लेकिन अभी हमें बतौर खिलाड़ी महसूस हो रहा है कि पीएलएस ने क्या धूम मचा दी है। हम कहते हैं कि आईपीएल है, लेकिन इस समय दुनिया के खिलाड़ियों से पूछा जाए, जो यहां खेलते हैं, वे कहेंगे कि दुनिया की सबसे टफ लीग पीएसएल है। पीएसएल ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को बैकअप भी मजबूती से मिल रहे हैं, इसमें पीएसएल का बड़ा रोल है। साथ ही बड़े बड़े खिलाड़ियों को बेंच पर बैठना पड़ता है। अब आपको उनकी बात सुनकर जरूर हंसी आ रही होगी।
आईपीएल मिनी ऑक्शन के लिए 991 रजिस्ट्रेशन हुए थे, 405 खिलाड़ियों पर लगेगी बोली
जहां एक ओर पीएलएस में ड्रॉफ्ट होता है, वहीं आईपीएल में पहले सीजन से ही ऑक्शन होता है। दुनिया का हर खिलाड़ी चाहता है कि वो आईपीएल में खेले। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस बार के मिनी ऑक्शन के लिए कुल मिलाकर 991 खिलाड़ियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन बीसीसीआई ने शॉर्टलिस्ट करके अब 405 खिलाड़ियों की सूची जारी की है। अब 23 दिसंबर को दुनियाभर के खिलाड़ियों पर करोड़ों की बोली लगाई जाएगी। पाकिस्तान और मोहम्मद रिजवान की खीज ये भी हो सकती है कि दुनियाभर के खिलाड़ी आईपीएल खेलते हैं, लेकिन पाकिस्तानी खिलाड़ियों को मौका नहीं मिलता है। हालांकि शुरआत में उन्हें बुलाया गया था, लेकिन इस बीच पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और लगातार आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता रहा। इसके बाद भारत सरकार और बीसीसीआई ने तय किया कि जब तक पाकिस्तान ऐसे काम करेगा, उनके खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने का मौका नहीं दिया जाएगा। इससे भी पाकिस्तानी खिलाड़ी काफी परेशान रहते हैं।