Highlights
- IPL के सुपरस्टार टी20 इंटरनेशनल सीरीज में हुए बेदम
- पांड्या और चहल का साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में खस्ता प्रदर्शन
- चहल ने दो मैच में लिया सिर्फ एक विकेट, पांड्या की झोली खाली
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में आईपीएल 2022 के दो सबसे चमकदार सितारे अपनी चमक दिखाने में पूरी तरह से नाकाम हुए हैं। इसका नतीजा ये हुआ कि भारतीय टीम शुरुआती दोनों मुकाबलों में शिकस्त खा बैठी। आईपीएल 2022 में जिन खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा चमक बिखेरी, उनमें हार्दिक पांड्या और युजवेंद्र चहल का नाम सबसे ऊपर आता है। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने मौजूदा टी20 इंटनेशनल सीरीज में पूरी तरह से निराश किया।
आईपीएल के सितारे टी20 सीरीज में हुए नाकाम
हार्दिक पांड्या ने अपनी डेब्यू कप्तानी में गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाया और अपने ऑलराउंड परफॉर्मेंस से फॉर्म में अपनी वापसी का ऐलान भी किया। वहीं युजवेंद्र चहल आईपीएल के 15वें सीजन के सबसे सफल गेंदबाज रहे उन्होंने पर्पल कैप अपने नाम किया। ऐसे में, इन दोनों धुरंधरों से लीग क्रिकेट के तुरंत बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली पांच टी20 मैचों की सीरीज में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद लाजिमी थी। लेकिन सीरीज के दो मुकाबलों के बाद जो मिला, वह उम्मीद के ठीक उलट था। इस सीरीज में चहल और पांड्या अब तक कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके।
आईपीएल में घातक चहल टी20 सीरीज में बने आसान शिकार
चहल ने आईपीएल 2022 में 17 मैच में 7.75 की इकॉनमी से गेंदबाजी करते हुए 27 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने इस दौरान एक बार पारी में पांच विकेट और एक बार चार विकेट भी चटकाए। अब उनके इस प्रदर्शन की तुलना साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जा रही टी20 सीरीज में उनके प्रदर्शन से कीजिए। टी20 सीरीज को दो मैचों के बाद चहल ने 6.1 ओवर में 12.16 की स्ट्राइक रेट से 75 रन लुटाए हैं और उनके खाते में सिर्फ एक विकेट आया है। दिल्ली में खेले गए पहले मैच में वे खाली हाथ रहे थे।
आईपीएल के सुपरस्टार पांड्या टी20 सीरीज में हुए पस्त
हार्दिक पांड्या ने आईपीएल 2022 में शानदार हरफनमौला प्रदर्शन किया था। उन्होंने 15 मैच में 131.26 की स्ट्राइक रेट से 487 रन बनाए थे और आठ विकेट भी अपने नाम किए थे। लीग के बाद नेशनल ड्यूटी पर आते ही पांड्या का प्रदर्शन औसत दर्जे का हो गया। उन्होंने दो मुकाबलों में सिर्फ 40 रन बनाए। कटक के बाराबती स्टेडियम में हुए दूसरे मुकाबले में वे 12 गेंदों में सिर्फ नौ रन ही बना सके। वहीं बतौर गेंदबाज पांड्या चार ओवर में 12.25 की इकॉनमी से 49 रन लुटा चुके हैं और उनकी झोली में कोई विकेट नहीं आया।
लीग क्रिकेट और नेशनल ड्यूटी में इन दोनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन में इस फर्क को समझने के लिए जरुरी है कि टीम मैनेजमेंट इन दोनों से बात करे। आईपीएल के मुकाबले जीतने वाले खिलाड़ी इंटरनेशनल टी20 सीरीज में इसी तरह से नाकाम होते रहे तो सवाल और तीखे होते जाएंगे।