पंजाब किंग्स ने 4 अप्रैल को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए गुजरात टाइटंस के खिलाफ मुकाबले में 200 रनों के टारगेट का पीछा 19.1 ओवरों में करते हुए इस सीजन अपनी दूसरी जीत हासिल की। इस मुकाबले में पंजाब की जीत में 2 ऐसे खिलाड़ी हीरो बने जिनके बारे में अब तक अधिक चर्चा देखने को नहीं मिली जिसमें एक शशांक सिंह जबकि दूसरे खिलाड़ी 25 साल के आशुतोष शर्मा हैं। पंजाब किंग्स टारगेट का पीछा करते हुए 150 के स्कोर तक अपने 6 विकेट गंवा चुकी थी, ऐसे में उन्होंने इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर आशुतोष शर्मा को मैदान पर भेजने का फैसला किया जिसके बाद उन्होंने सिर्फ 17 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 31 रनों की पारी खेलने के साथ टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया। हालांकि आखिरी ओवर की पहली गेंद पर आशुतोष अपना विकेट गंवा बैठे जिसके बाद शशांक सिंह ने जीत दिलाने की जिम्मेदारी को निभाया।
आखिर कौन हैं आशुतोष शर्मा
मध्य प्रदेश की टीम से घरेलू क्रिकेट में डेब्यू करने वाले आशुतोष शर्मा को लेकर बात की जाए तो उनका जन्म रतलाम में हुआ था। इसके बाद वह अपने परिवार के साथ इंदौर में रहे। भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर नमन ओझा जो एमपी से ही आते हैं आशुतोष उनके काफी बड़े फैन थे। वहीं साल 2020 में जब एमपी टीम के कोच के तौर पर चंद्रकांत पंडित ने जिम्मेदारी को संभाला था तो उसके बाद आशुतोष को टीम से बाहर कर दिया गया था। यहां से उनके करियर में एक बड़ा बदलाव भी देखने को मिला जिसमें आशुतोष ने रेलवे की टीम से खेलने का फैसला किया।
घरेलू क्रिकेट में आशुतोष उस समय चर्चा में आए जब वह टी20 क्रिकेट में भारत की तरफ से सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए और इसमें उन्होंने पूर्व भारतीय खिलाड़ी युवराज सिंह के रिकॉर्ड को तोड़ा था। आशुतोष ने साल 2023 में खेली गई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ मुकाबले में सिर्फ 11 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी कर ली थी। आशुतोष शर्मा के अब तक के करियर को देखा जाए तो उन्होंने 16 टी20 मैचों में 30 के औसत से 450 रन बनाए हैं, जिसमें उन्होंने 4 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 196.50 का देखने को मिला है।
जब आपको मौका मिलेगा तो आप हीरो बन जाएंगे
गुजरात टाइटंस के खिलाफ इम्पैक्ट प्लेयर अवॉर्ड जीतने वाले आशुतोष शर्मा ने अपनी इस पारी को लेकर कहा कि मैं पंजाब किंग्स टीम का धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मुझपर विश्वास किया। अच्छा प्रदर्शन करके मुझे काफी खुशी हुई और टीम को भी जीत मिली तो मैं और भी खुश हूं। शिखर पाजी ने मुझपर काफी विश्वास जताया और लगातार मुझे समझाते रहते हैं कि खुद पर यकीन रखो। मैंने इस मैच में खुद को सामान्य रखने की कोशिश की क्योंकि मैं इससे पहले अपनी घरेलू टीम को भी ऐसे ही मैचों में जीत दिला चुका हूं। घर पर जब मैं अमय खुरसिया सर के साथ ट्रेनिंग करता हूं तो वह मुझसे लगातार एक ही बात बोलते हैं कि जब भी मुझे मौका मिलेगा तो मैं हीरो बन जाऊंगा।
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