इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 16वें संस्करण का 20वां मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला गया। अभी तक इस सीजन में ही तकरीबन 40 डक देखने को मिल चुके हैं। इस मैच में ही कई खिलाड़ी अपना खाता नहीं खोल सके। आमतौर पर क्रिकेट में आपको सुनने को मिलता होगा कि डक पर आउट हो गए। या फिर आप सुनते होंगे कि गोल्डन डक पर आउट हो गए। लेकिन इसके अलावा भी कई प्रकार के डक और उनके नाम होते हैं जो शायद आपको नहीं पता होगा। इस खबर में आपको बताएंगे कि क्रिकेट में कितने प्रकार के डक होते हैं।
क्रिकेट में आमतौर पर अगर देखें तो गोल्डन डक और डायमंड डक के अलावा दो तरह के डक और होते हैं। यह निर्भर करता है कि प्लेयर कौन सी बॉल पर और कितनी बॉल खेलकर जीरो पर आउट हो रहा है।
आइए जानते हैं डक के सभी प्रकार के बारे में:-
गोल्डन डक
अगर कोई खिलाड़ी अपनी पारी की पहली गेंद पर आउट हो जाता है तो उसे गोल्डन डक कहता है। आमतौर पर यह सबसे पॉपुलर प्रकार का डक आउट है जो क्रिकेट में आम बात है।
डायमंड डक
अगर कोई भी खिलाड़ी बिना कोई गेंद खेले ही जीरो पर आउट हो जाए तो उसे डायमंड डक कहते हैं। इस तरह का विकेट सिर्फ तब ही हो सकता है जब बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर रनआउट हो। फिलहाल क्रिकेट का अब नियम थोड़ा बदला है जिसके हिसाब से विकेट गिरने पर नया बैट्समैन की क्रीज पर आता है तो इस तरह के विकेट अब शायद ही दिखें।
रॉयल डक
अगर कोई भी खिलाड़ी किसी मैच की पहली गेंद पर आउट हो जाता है तो उसे रॉयल डक कहते हैं। यह आमतौर पर सिर्फ ओपनर्स के लिए ही लागू होता है।
टाइटेनियम डक
अगर कोई भी खिलाड़ी किसी पारी (पहली या दूसरी) की पहली गेंद पर आउट होता है तो उसे टाइटेनियम डक कहते हैं। यह भी ओपनर्स के लिए हो सकता है।
कुछ अन्य प्रकार के 'डक'
इसके अलावा सिल्वर और ब्रॉन्ज डक भी होते हैं जो खासा पॉपुलर नहीं हैं। अगर कोई खिलाड़ी दूसरी बॉल पर बिना खाता खोले आउट होता है तो उसे सिल्वर डक और तीसरी बॉल पर जीरो बनाकर आउट होता है तो उसे ब्रॉन्ज डक कहते हैं। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में अगर कोई खिलाड़ी दोनों पारियों में डक पर आउट होता है तो उसे पेयर डक कहते हैं। साथ ही अगर दोनों पारियों में खिलाड़ी पहली-पहली गेंद पर बिना खाता खोले आउट होता है तो उसे किंग पेयर डक कहते हैं।