IPL 2023: आईपीएल 2023 का 34वां मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया। इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने हैदराबाद को 7 रनों से हरा दिया। दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने तो यह मैच जीत लिया, लेकिन उनके कप्तान डेविड वॉर्नर को बहुत बड़ा झटका लगा है। आप सोच रहे होंगे कि जीत के बाद भी भला किसी टीम के कप्तान को क्या झटका लग सकता है। तो आइए आपको बताते हैं कि वॉर्नर ने इस मैच के दौरान ऐसा क्या कर दिया जिसके कारण उन्हें झटका लगा है।
डेविड वॉर्नर पर लगा जुर्माना
दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच हुए इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान डेविड वॉर्नर ने आईपीएल के एक नियम को तोड़ दिया है। जिसके कारण उन्हें अब बीसीसीआई ने सजा सुनाई है। दरअसल वार्नर ने हैदराबाद के खिलाफ खेले गए इस मैच में स्लो ओवर रेट के नियमों को तोड़ दिया है। अब उन पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
आईपीएल ने बयान में कहा कि स्लो ओवर रेट के लिए आईपीएल नियमों के तहत यह टीम का इस सीजन में पहला अपराध है इसलिए कप्तान डेविड वॉर्नर पर 12 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। आईपीएल के नियमों के अनुसार कोई भी मैच तीन घंटे और 20 मिनट में समाप्त करना है, लेकिन स्लो ओवर रेट के कारण यह मैच चार घंटे से भी अधिक समय तक खिंच गया। इस साल ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब किसी टीम के कप्तान को स्लो ओवर रेट के कारण फाइन लगाया गया है। इससे पहले संजू सैमसन, केएल राहुल, एमएस धोनी, फाफ डु प्लेसिस, विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों पर फाइन लगया जा चुका है। आरसीबी की टीम ने स्लो ओवर के नियमों को दो बार तोड़ा है। ऐसे में उनके कप्तान विराट को 24 लाख और साथ ही टीम के खिलाड़ियों पर 6 लाख रुपये या मैच फीस का 25% का फाइन हाल ही में लगाया गया था।
क्या होते हैं स्लो ओवर रेट के नियम
स्लो ओवर रेट के नियमों की बात करे तो, कोई गेंदबाजी कर रही टीम आईपीएल के एक मैच में 20 ओवर गेंदबाजी करने के लिए 90 मिनट से अधिक समय लेती है, तो उनके कप्तान पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाता है। दूसरी बार इस नियम को तोड़ने पर कप्तान को जुर्माने के रूप में 24 लाख रुपये का भुगतान करना होता है। साथ ही पूरे टीम के शेष 10 खिलाड़ियों पर भी इस बार जुर्माना लगाया जाता है। उनके लिए उन्हें अपने 6 लाख रुपये या मैच फीस का 25% पैसों को देना पड़ता है। कोई भी कप्तान, जो तीसरी बार इस गलती को करता है, तो एक मैच पर बैन के अलावा 30 लाख रुपये जुर्माने के रूप में देने पड़ते हैं।