आईपीएल 2023 में जब भी कोई मैच होता है तो उम्मीद होती है कि कोई न कोई रिकॉर्ड बनेगा ही। लेकिन कई बार ऐसे रिकॉर्ड बन जाते हैं, जिसके बारे में सोचा ही नहीं गया होता है। कई बार ऐसा भी हो जाता है, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ होता है। गुरुवार को जब राजस्थान रॉयल्स के सलामी बल्लेबाज केकेआर की ओर से दिए गए टारगेट का पीछा करने के लिए उतरी तो क्या पता होगा कि नया कीर्तिमान बन गया है। लेकिन कभी न कभी तो कुछ न कुछ तो पहली बार होता ही है। राजस्थान रॉयल्स ने वो कारनामा कर दिखाया, जो आईपीएल के इतिहास में कभी नहीं हुआ था। यशस्वी जायसवाल के सामने जब केकेआर के कप्तान नितीश राणा गेंदबाजी के लिए आए तो उनकी बखिया ही उधेड़ कर रख दी। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था।
आईपीएल इतिहास में पारी के पहले ओवर में बल्ले से बने इतने रन
आईपीएल के 15 साल के इतिहास की बात की जाए तो पारी के पहले ओवर में सबसे ज्यादा रन साल 2011 में बने थे, जब आरसीबी और मुंबई इंडियंस का मैचा था और आरसीबी ने पहले ही ओवर में बिना किसी नुकसान के 27 रन बना दिए थे। हालांकि उन 27 रन में से सात रन तो एक्स्ट्रा के थे। यानी वाइड और नो बॉल के। बाकी 20 रन बल्ले से आए थे। लेकिन गुरुवार को राजस्थान रॉयल्स और केकेआर के बीच जो मैच खेला गया, उसमें राजस्थान रॉयल्स ने जो 26 रन बनाए, वो बल्ले से आए, एक भी रन अतिरिक्त वाली श्रेणी का नहीं था। इससे पहले भी एक बार पहले ही ओवर में 26 रन बना थे, लेकिन तब भी एक रन एक्स्ट्रा का था। साल 2013 में केकेआर और मुंबई इंडियंस की टीम आमने सामने थीं, तब केकेआर की ओर से पहले ही ओवर में 26 रन बने थे। लेकिन उसमें एक रन अतिरिक्त का था। यानी बल्ले से बने रनों की बात की जाए तो ये आईपीएल इतिहास में पहली बार हुआ है, जब पारी के पहले ही ओवर में सबसे ज्यादा रन बने हैं। वहीं अगर ओवरऑल रनों की बात की जाए तो इस स्कोर दूसरे नंबर पर आता है। इससे पहले एक बार पारी के पहले ही ओवर में 25 रन भी बन चुके हैं। साल 2021 में अहमदाबाद में खेले जा रहे मैच में डीसी और केकेआर की टीमें आमने सामने थीं। तब डीसी ने 25 रन बना दिए थे। आपको याद होगा, ये वही मैच था, जब दिल्ली कैपिटल्स के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने लगातार छह गेंदों पर चौके मारे थे और गेंदबाज थे, केकेआर के शिवम मावी।
अकेले यशस्वी जायसवाल ने पारी के पहले ओवर में संभाली कमान
चलिए जरा अब ये भी जानते हैं कि यशस्वी जायसवाल और जॉस बटलर ने पहले ओवर में मिलकर आखिर ऐसा क्या किया, जो स्कोर 27 रन तक जा पहुंचा। दरअसल जॉस बटलर का तो नाम भर है, काम तो सारा यशस्वी जायसवाल ने किया। नितीश राणा ने पता नहीं क्या सोचा कि पहला ओवर लेकर खुद ही आ गए। अगर स्पिनर से ही गेंदबाजी करानी थी, तो उनके पास कई बड़े बड़े और दिग्गज स्पिनर्स मौजूद थे, लेकिन उन्हें छोड़कर राणा ने खुद ही कमान संभाली। यशस्वी जायसवाल तो जैसे इसकी ताक में ही बैठे थे। उन्होंने पहली ही गेंद पर छक्का मार दिया। दूसरी गेंद पर फिर से गेंद आसमान में उड़ती हुई सीधी बाउंड्री के बाहर गई। तीसरी गेंद फिर चौके के लिए। चौथी गेंद को फिर से जायसवाल ने बाउंड्री की सैर के लिए भेज दिया। पांचवी पहली ऐसी गेंद थी, जब गेंद सीमा रेखा तक नहीं पहुंची, लेकिन दो रन फिर भी बन गए थे। इसके बाद आखिरी गेंद पर भी चार रन बने। यानी दूसरे छोर पर खड़े जॉस बटलर या तो तमाशा देख रहे थे या फिर रन के लिए दौड़ रहे थे। इस पहले ओवर ने ही मैच की पूरी कहानी लिखकर रख दी। ऐसी शुरुआत के बाद भी कोई रुकता है क्या। राजस्थान रॉयल्स की टीम ने जो चौथा और पांचवां गिर डाला तो आखिर तक जीत दर्ज करने तक रुका ही नहीं।