आईपीएल 2023 का रोमांच अपने चरम पर है। 10 टीमों के बीच खेले जा रहे इस मेगा इवेंट को शुरू हुए डेढ़ महीने से भी ज्यादा हो गया है, लेकिन अभी तक सिर्फ एक ही टीम ने प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया है। वहीं तीन टीमें प्लेऑफ की रेस से अब बाहर हो चुकी हैं। 6 टीमों के बीच अभी भी प्लेऑफ में जाने की जंग बरकरार है। आईपीएल लीग स्टेज में अब सिर्फ चार मुकाबले बच रहे हैं। अब तो अंतिम मैच के बाद ही ये साफ हो सकेगा कि वो चार टीमें कौन सी है जो प्लेऑफ में अपनी जगह बनाएंगी।
प्लेऑफ की रेस से बाहर हुई ये तीन टीमें
आईपीएल 2023 के प्लेऑफ की रेस दिन प्रतिदिन रोमांचक होती जा रही है। हालांकि 10 टीमों में से तीन टीम इस रेस से बाहर हो चुकी हैं। शुक्रवार को खेले गए मुकाबले के बाद तीसरी टीम प्लेऑफ से बाहर हो गई। सबसे पहले दिल्ली कैपिटल्स फिर सनराइजर्स हैदराबाद और अब पंजाब किंग्स की टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी हैं। लेकिन दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के पास अन्य टीमों के समीकरण को बिगाड़ने का अच्छा मौका है। इन दोनों ही टीमों को अभी लीग स्टेज में एक-एक मैच खेलना है। जहां दिल्ली का मुकाबला सीएसके और सनराइजर्स का मुकाबला मुंबई इंडियंस से होगा। सीएसके और मुंबई इंडियंस प्लेऑफ की रेस में अभी भी बरकरार है।
इन 6 टीमों के बीच कांटे की जंग
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि प्लेऑफ की रेस में 6 टीमें अभी भी बरकरार है, उन टीमों में चेन्नई सुपर किंग्स, लखनऊ सुपर जायंट्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, मुंबई इंडियंस, राजस्थना रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम का नाम शामिल है। इन टीमों में से प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने का सबसे ज्यादा चांस चेन्नई सुपर किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के पास है। वहीं आरसीबी और मुंबई इंडियंस के बीच कांटे की टक्कर है। बात करे राजस्थना रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बारे में तो इन टीमों का सिर्फ आधिकारिक रूप से बाहर होना बाकी है, क्योंकि इन टीमों का नेट रन रेट बहुत खराब है।
सबसे पहले गुजरात ने मारी बाजी
गुजरात टाइटंस की टीम की बात करे तो ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने पिछले साल के फॉर्म को बरकरार रखा है। उनकी टीम ने सबसे पहले प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया। पिछले सीजन भी उन्हीं की टीम ने प्लेऑफ में सबसे पहले जगह बनाई थी। गुजरात टाइटंस की टीम अंक तालिका में 13 मैचों में 18 अंक के साथ पहले स्थान पर है और उनकी टीम पहले स्थान पर ही रहेगी, क्योंकि बची हुई टीमों में से कोई भी 18 अंक तक नहीं जा सकेगी।