IPL 2023: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 17वें संस्करण में लागू होने वाले इम्पैक्ट प्लेयर रूल में बड़ा बदलाव कर दिया गया है। इसके तहत यह नियम आगामी आईपीएल सीजन में सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों पर ही लागू होगा। यानी विदेशी खिलाड़ी जो अधिकतम एक टीम में चार ही खेल सकते हैं वह इसका हिस्सा नहीं होंगे। पहले आपको संक्षिप्त में बता दें कि यह नियम होता क्या है? इस नियम के लागू होने पर कप्तान 11 नहीं, बल्कि 15 खिलाड़ियों की लिस्ट दे सकते हैं। वहीं जो चार एक्स्ट्रा खिलाड़ी कप्तान प्लेइंग 11 के अलावा चुनता है उनमें से किसी एक को प्लेइंग 11 के किसी एक खिलाड़ी से रिप्लेस कर सकता है।
इस नियम के तहत यह भी ध्यान रखना होता है कि पारी के 14 ओवर के खत्म होने से पहले ही कप्तान प्लेइंग इलेवन के एक खिलाड़ी को बाहर कर एक खिलाड़ी उन चार में से ले सकते हैं। 14 ओवर के बाद ये नियम लागू नहीं होगा। लेकिन अगर मैच केवल 10 से कम ओवर का हो जाता है तो फिर ये नियम लागू नहीं हो पाएगा। इसके लिए कम से कम 11 ओवर का खेल होना जरूरी है। इस नियम की खास बात ये है कि जो खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर के तहत टीम में आएगा, वो बाकी सभी खिलाड़ियों की तरह गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों काम कर सकेगा। पर यह नियम अब आगामी सीजन में सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों के लिए ही लागू होगा।
सिर्फ 7 खिलाड़ियों पर ही लागू होगा रूल!
रिपोर्ट्स से मिली जानकारियों के अनुसार सभी फ्रेंचाइजीज को यह जानकारी दे दी गई है कि आगामी सीजन में इम्पैक्ट प्लेयर रूल विदेशी खिलाड़ियों पर नहीं लागू होगा। सभी टीमों को यह बताया गया है कि, वह किसी विदेशी खिलाड़ी को किसी भी खिलाड़ी से इस नियम के तहत नहीं रिप्लेस कर सकते। वहीं विदेशी खिलाड़ी को इस नियम के तहत सिर्फ तब ही जगह मिल सकती है जब टीम ने अपनी प्लेइंग 11 में पहले से सिर्फ 3 विदेशी खिलाड़ी ही खिला रखे हों। वरना यह नियम सिर्फ टीम के अन्य 7 भारतीय खिलाड़ियों को लेकर ही लागू होगा। इससे पहले बोर्ड ने सभी टीमों को एक नोट में लिखकर इस नियम के बारे में बताया था।
BCCI ने अपने नोट में लिखा था,"IPL 2023 के नए सीजन में एक नया टैक्टिल और स्ट्रेटिजिक कॉन्सेप्ट लाया जाएगा। इसके अनुसार आईपीएल मैच में एक सब्सटीट्यूट प्लेयर को खिलाया जा सकता है। इस नियम के तहत पूरी जानकारी जल्द ही जारी कर दी जाएगी। फुटबॉल, रग्बी, बास्केटबॉल और बेसबॉल में जिस तरह से इस नियम के तहत आने वाले सब्सटीट्यूट खिलाड़ी को अन्य सभी खिलाड़ियों की तरह दर्जा मिलता है, वैसे ही यहां भी होगा। सब्सटीट्यूट खिलाड़ी सभी रेगुलर प्लेयर की तरह ही एलिजिबिल होगा।" गौरतलब है हाल ही में भारत की घरेलू टी20 लीग सैयद मुश्ताक अली में इस नियम का प्रयोग किया गया था।