IPL 2023 Gujarat Titans : हार्दिक पांड्या की कप्तानी वाली गुजरात टाइटंस की टीम आईपीएल 2023 के प्लेऑफ में पहुंच चुकी है। टीम अब अपने लगातार दूसरे खिताब से केवल दो कदम की दूरी पर खड़ी है। आज टीम पहले क्वालीफायर में एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स से भिड़ेगी, आज का मैच जीतते ही टीम सीधे फाइनल में चली जाएगी। लेकिन अगर हार भी जाती है तो चिंता की बात नहीं, टीम को फाइनल में जाने का एक और मौका मिलेगा। गुजरात टाइटंस अपने दूसरे ही आईपीएल सीजन में उस मुकाम पर खड़ी है, जहां वो सीएसके और मुंबई इंडियंस जैसी दिग्गज टीमों की बराबरी कर सकती है। आईपीएल के 15 साल के इतिहास में दो ही टीमें हैं, जो लगातार दो बार आईपीएल का खिताब जीतने में कामयाब रही हैं। वो चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस ही हैं। लेकिन इन टीमों का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए उसे इन्हीं टीमों को हराना होगा। इस बीच गुजरात टाइटंस की टीम में एक ऐसा भी खिलाड़ी है, जिसे टीम ने मोटी रकम में अपने साथ जोड़ा था, लेकिन लीग चरण के 14 मैच पूरे हो जाने के बाद भी एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं दिया गया। हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर मैथ्यू वेड की।
मैथ्यू वेड को गुजरात टाइटंस ने दो करोड़ 40 लाख रुपये में खरीदा था
आईपीएल 2023 से पहले ऑक्शन में मैथ्यू वेड का बेस प्राइज दो करोड़ रुपये था। ऑक्शन के दिन जब उनका नाम पुकारा गया तो सबसे पहले बोली लगाई पंजाब किंग्स ने जो दो करोड़ 20 लाख की थी। इसके बाद गुजरात टाइटंस ने उन पर दो करोड़ 40 लाख की बोली लगा दी। पंजाब किंग्स आगे नहीं बढ़ी और बाकी किसी और टीम ने भी उन्हें खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई और गुजरात ने उन्हें अपने साथ कर लिया। लेकिन तब किसी को भी ये उम्मीद नहीं रही होगी कि लीग चरण के 14 में से एक भी मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा। ये हाल तब भी था, जब टीम ने प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर लिया था और उसके बाद ये भी पक्का हो गया था कि टीम नंबर एक या दो पर ही रहेगी। लेकिन मैथ्यू वेड बेंच पर ही बैठे रहे। इससे पहले जब आईपीएल 2022 हुआ था, तब उन्हें गुजरात टाइटंस ने दस मैच खेलने का मौका दिया था, लेकिन वे इस दौरान 157 रन ही बना सके। उनका औसत करीब 15 का रहा और स्ट्राइक रेट 113 के करीब का था। उनके बल्ले से एक भी बार 50 रन की पारी नहीं आई। इसके बाद उन्हें रिलीज तो नहीं किया गया , लेकिन टीम ने उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका न देने का फैसला करीब करीब लिया था। मैथ्यू वेड के प्लेइंग इलेवन में न खेलने का एक बड़ा कारण शायद ये भी रहा हो कि दूसरे विकेट कीपर रिद्धिमान साहा अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, वहीं टीम के पास उनसे बेहतर चार विदेशी खिलाड़ी पहले से ही मौजूद थे।
मैथ्यू वेड गुजरात टाइटंस से पहले दिल्ली डेयरडेविल्स का भी रह चुके हैं हिस्सा
मैथ्यू वेड के पास वैसे तो अभी भी मौका है कि वे गुजरात टाइटंस की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनें, लेकिन इसकी संभावना अब कम ही नजर आती है। अब प्लेऑफ का दौर शुरू हो चुका है और इस वक्त एक गलती भी भारी पड़ सकती है, इतना ही नहीं रिद्धिमान साहा ने ऐसा कुछ गलत भी नहीं किया है तो जो उन्हें बाहर बिठाया जाए। हो सकता है कि मैथ्यू वेड अपने हिस्से की आई पूरी रकम बिना मैच खेले ही लेकर चले जाएं, क्योंकि वे टीम के साथ तो पूरे वक्त रहे ही हैं। इससे पहले मैथ्यू वेड दिल्ली डेयरडेविल्स का भी हिस्सा रहे, लेकिन इसके बाद वे आईपीएल से बाहर हो गए थे, लेकिन साल 2022 में उनकी वापसी होती है, लेकिन वे अपनी छाप छोड़ने में कामयाब नहीं हो पाए।