INDW vs AUSW: भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम के बीच खेले गए तीसरे टी20 मैच में मेहमान टीम ने 21 रनों से जीत हासिल की। एलिसा हिली की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 172 रनों का सफलतापूर्वक बचाव किया और भारतीय टीम को 151 के स्कोर पर रोकने में कामयाब रही। ऑस्ट्रेलियाई टीम सीरीज में 2-1 से आगे हो चुकी है। हार पर टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक बड़ा बयान दिया है।
हरमनप्रीत ने बताया हार का कारण
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि उनकी टीम को बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय में जरूरत से ज्यादा डॉट गेंदें खेलने का नुकसान हुआ। विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 172 के स्कोर पर रोकने के बाद भारत एक समय पर दो विकेट गंवा कर 106 रन पर था और कप्तान हरमनप्रीत के साथ क्रीज पर अर्धशतक लगाकर शेफाली वर्मा खेल रहीं थीं। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अच्छी वापसी की और भारतीय मध्यक्रम में लगातार विकेट लेते हुए मैच को 21 रनों से जीता और पांच मैच के सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली।
टीम ने खेली बहुत सारी डॉट
हरमनप्रीत ने मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "(टी20 क्रिकेट) हमेशा बड़े शॉट्स के बारे में नहीं होता। पिछले मैच में हम हर ओवर में निरंतर 10-11 रन बना रहे थे। आज भी हमने बहुत बाउंड्री लगाए लेकिन हमने बहुत से डॉट गेंदें भी खेलीं। आपको अपनी शक्ति के अनुसार खेलना पड़ता है। टी20 में आप हमेशा पावर हिटिंग की उम्मीद नहीं लगा सकते। अगर आप 10-12 रन प्रति ओवर बनाने की योजना करते हैं तो आप पिछले मैच की तरह अधिकतर मैच जीतेंगे। आज ऐसा नहीं हुआ। काफी ऐसे ओवर हमने खेले जिनमें सात से कम रन आए।"
टीम ने खेली कुल 55 डॉट
भारत ने ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेले गए तीसरे टी20 मैच में 55 डॉट गेंदें खेलीं। डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए पहले मुकाबले में भी भारत ने 50 डॉट गेंदें खेलीं थी और उन्हें उस मैच में भी हार का सामना करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलिया के लिए इस मैच में तेज गेंदबाज डार्सी ब्राउन को टीम में शामिल किया गया था और उन्होंने अपने पहले ओवर में नौ वाइड गेंदें डालीं। बावजूद इसके उन्होंने जबरदस्त वापसी करते हुए अपने चार ओवर के स्पेल में केवल 19 रन दिए और स्मृति मंधाना और जेमिमाह रॉड्रिग्स के विकेट लिए। भारत को 33 के स्कोर पर विपदा की स्थिति से शेफाली और हरमनप्रीत की जोड़ी ने निकाला।
इस साझेदारी पर हरमनप्रीत ने कहा, "शेफाली के साथ खेलना आसान है क्योंकि वह गेंदबाजों पर दबाव डालतीं हैं। वह अब अनुभवी बल्लेबाज हैं और अगर आखिर तक खेल लेतीं हैं तो टीम को अच्छी स्थिति में डालती हैं। अगर हम में कोई एक आखिर तक रहती और मध्यक्रम का योगदान भी आता, तो हम जीतते। शेफाली के आउट होने के बाद हमने तीन विकेट जल्दी गंवाए और यह मैच को ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में ले गया।"