INDW vs AUSW, Women's T20 World Cup 2023: भारतीय टीम को महिला टी20 वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 5 रनों से हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय महिला टीम ने यह मैच जीत के दरवाजे तक पहुंचने के बाद गंवा दिया। इस हार के बाद टीम इंडिया की 2017 वनडे वर्ल्ड कप की हार का जख्म भी ताजा हो गया। जिस समय हरमनप्रीत कौर और ऋचा घोष क्रीज पर थीं भारत आसानी से जीत की ओर बढ़ता दिख रहा था। लेकिन दुर्भाग्यवश हरमनप्रीत कौर के उस रनआउट से सभी जज्बात बदल दिए और वहीं से मैच पलट गया। इसके बाद ऋचा घोष को डार्सी ब्राउन ने आउट किया और 16वें ओवर में सिर्फ 1 रन देकर प्रेशर भारत के ऊपर डाल दिया।
इस मैच में भारतीय टीम ने 173 रनों के विशाल स्कोर का पीछा करते हुए लचर शुरुआत की थी। पॉवरप्ले में स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा और यास्तिका भाटिया पवेलियन लौट गईं थीं। इसके बाद 23 गेंदों पर 43 रन बनाकर जेमिमा रोड्रिग्ज ने ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स के पसीने छुड़ा दिया। फिर 34 गेंदों पर 52 रन बनाकर हरमनप्रीत कौर ने भी उम्मीदों को जगाए रखा लेकिन 15वें ओवर में वो रन लेते हुए उनका बल्ला फंसना और भारत का 5वां विकेट गंवाना बहुत बड़ा टर्निंग पॉइंट रहा। भारतीय टीम निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट पर 167 रन ही बना सकी और मुकाबला पांच रनों से हार गई। इस हार ने 2017 में इंग्लैंड से मिली हार याद दिला दी जहां पूनम रावत के विकेट के बाद 28 रन पर 7 खिलाड़ी आउट हो गईं थीं और जीता हुआ वनडे वर्ल्ड कप फाइनल टीम इंडिया ने गंवा दिया था।
भारत के लचर क्षेत्ररक्षण का पूरा फायदा उठाते हुए ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट पर 172 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। भारतीय गेंदबाजी का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा जिससे बेथ मूनी ने 37 गेंद में 54 रन की शानदारी पारी से भारत के खिलाफ अपना बेहतरीन रिकॉर्ड जारी रखा। एश्लेग गार्डनर ने 18 गेंद में 31 रन बनाए जबकि कप्तान मेग लैनिंग 34 गेंद में 49 रन बनाकर नाबाद रहीं। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था और भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक दिन पहले तेज बुखार के बावजूद इस नॉकआउट मैच खेलने का फैसला किया। स्विंग नहीं मिलने से भारत की स्टार गेंदबाज रेणुका सिंह को काफी मुश्किल हुई।
खराब फील्डिंग और गेंदबाजी से हुआ नुकसान
एलिसा हीली (26 गेंद में 25 रन) आमतौर पर मूनी के साथ पहली पारी की साझेदारी में काफी आक्रामकता दिखाती हैं लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। मूनी ने 52 रन की भागीदारी के दौरान नियमित अंतराल पर बाउंड्री लगाना जारी रखा। मूनी जब 32 रन पर थीं, तब लांग ऑन पर शेफाली वर्मा ने उनका कैच छोड़ दिया। टूर्नामेंट में भारत की सबसे निरंतर स्पिनर रहीं दीप्ति शर्मा ने अपने शुरूआती स्पेल में काफी शार्ट गेंद फेंकी। उनके दूसरे ओवर में 12 रन बने जिसमें मूनी ने वाइड लांग ऑफ पर गगनचुंबी छक्का जड़ा। गेंदबाजों की अनिरंतर लाइन एवं लेंथ के अलावा खराब क्षेत्ररक्षण और कैच छोड़ने से भारत ने काफी रन लुटाए। लैनिंग ने जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए 34 गेंद में नाबाद 49 रन और 20वें ओवर में रेणुका पर दो छक्के और एक चौके के साथ 18 रन बटोरे। रेणुका कोई विकेट नहीं ले सकीं और चार ओवर में उन्होंने 41 रन लुटाए। पूजा वस्त्राकर की जगह खेल रहीं स्नेह राणा कोई विकेट नहीं चटका सकीं, हालांकि उन्होंने अपनी गेंदों से बल्लेबाजों को परेशान किया। उनके पहले ओवर में लैनिंग विकेट के पीछे आउट हो सकती थीं लेकिन विकेटकीपर ऋचा घोष ने मौका गंवा दिया। ऋचा ने लैनिंग का एक स्टंपिंग का मौका भी खराब कर दिया। अंतिम पांच ओवर में आस्ट्रेलिया ने 59 रन जोड़े।