भारतीय टीम के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मुकाबले में स्थिति काफी खराब देखने को मिली है, जिसमें पहले दिन का खेल जहां बारिश की वजह से रद्द हो गया था तो वहीं दूसरे दिन के खेल में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनका ये निर्णय लंच के समय खेल रोके जाने के तक न्यूजीलैंड टीम के गेंदबाजों ने पूरी तरह से गलत साबित कर दिया था, जिसमें टीम इंडिया ने पहले सेशन का खेल खत्म होने पर 34 के स्कोर तक अपने 6 विकेट गंवा दिए थे। इसी के साथ भारतीय टीम ने 55 साल के बाद घर पर ऐसा शर्मनाक दिन देखा जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
साल 1969 के बाद घर पर गंवाए इतने कम स्कोर पर 6 विकेट
बेंगलुरु टेस्ट मैच के दूसरे दिन भी बारिश के आसार होने के बावजूद भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पिच में मौजूद नमी का फायदा उठाते हुए कीवी टीम के तीन तेज गेंदबाज टिम साउदी, मैट हेनरी और विलियम ओ रुर्के ने भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। रोहित शर्मा जहां सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए तो वहीं विराट कोहली और सरफराज खान अपना खाता भी खोलने में कामयाब नहीं हो सके। लंच के समय जब खेल खत्म हुआ तो टीम इंडिया ने 34 के स्कोर तक अपने 6 विकेट गंवा दिए थे। साल 1969 के बाद टीम इंडिया ने घर पर खेले गए किसी टेस्ट मैच में इतने कम स्कोर पर अपने शुरुआती 6 विकेट गंवाए हैं। इससे पहले उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ही 55 साल पहले हैदराबाद टेस्ट मैच में 27 के स्कोर पर 6 विकेट गंवा दिए थे।
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ दूसरी बार हुआ ऐसा
न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट मैच में टीम इंडिया की पहली पारी में ऐसा शर्मनाक प्रदर्शन देखने को मिला जिसमें टेस्ट क्रिकेट में दूसरी बार ऐसा किसी पारी में देखने को मिला है जब टॉप-8 बल्लेबाजों में से 5 अपना खाता भी खोलने में कामयाब नहीं हो सके। इससे पहले साल 1988 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर टेस्ट मैच में ऐसा देखने को मिला था।
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