Highlights
- भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में चार तेज गेंदबाजों का इस्तेमाल किया
- मुख्य स्पिनर के तौर पर रवींद्र जडेजा को मिली जगह
- शार्दुल ठाकुर थे चौथे तेज गेंदबाज
भारत की इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट में मिली करारी हार के बाद टीम की हर तरफ आलोचना हो रही है। भारतीय टीम की बल्लेबाजी के साथ-साथ आखिरी पारी में गेंदबाजी भी बेहद लचर रही है। यही कारण है कि पांचवें टेस्ट मैच में भारतीय टीम के प्रदर्शन के साथ-साथ खिलाड़ियों के चयन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
मैच के बाद कोच राहुल द्रविड़ से रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग Xi से बाहर रखने पर भी सवाल पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने टीम की रणनीति का हवाला देते हुए अपना पक्ष रखा। अश्विन की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि टेस्ट मैच में अश्विन के स्तर के खिलाड़ी को बाहर रखना आसान नहीं होता है लेकिन मैच शुरू होने से पहले विकेट पर घास की सतह देखने के बाद हमें लगा कि इससे तेज गेंदबाजों को अधिक मदद मिलेगी। अगर आप पूरे मैच को देखेंगे तो रविन्द्र जडेजा और जैक लीच को भी पिच से कोई मदद नहीं मिली।
द्रविड़ ने आगे कहा कि मैच में मौसम का भी प्रभाव रहा। शुरू के तीन दिनों तक बादल छाए रहे और बारिश भी हुई, जिसकी वजह से गेंदबाजों को अधिक स्पिन नहीं मिली। उन्होंने कहा कि जैसा दिखता है वैसा होता नहीं है। अगर दो स्पिनर होते तो अच्छा लगता लेकिन इसे आप किसी भी तरह से सही नहीं ठहरा सकते।
भारतीय दिग्गज ने मैच में भारत के प्रदर्शन खासकर बल्लेबाजी पर चिंता जाहिर की और उसपर काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन के पीछे कई कारण हो सकते। हमें मैच में अपनी आक्रामकता और लय बनाये रखने की जरूरत होगी। हो सकता है कि हमें फिटनेस के उस स्तर को बनाए रखने की आवश्यकता हो जैसा टेस्ट में जरूरी होता है। उन्होंने इस दौरान कई बार कहा कि बल्लेबाजी चिंता का विषय है। द्रविड़ ने कहा कि इन सभी टेस्ट मैचों में, तीसरी पारी में हमारी बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही है। इसलिए दक्षिण अफ्रीका और यहां हम अच्छी शुरुआत को भुना नहीं पाये। हमें बेहतर होने के लिए निश्चित रूप से सुधार करना होगा।
इनपुट: PTI