Highlights
- 9 जून को शुरू होगी भारत बनाम साउथ अफ्रीका टी20 इंटरनेशनल सीरीज
- टी20 इंटरनेशनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत के बेहतरीन आंकड़े
- टी20 इंटरनेशनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत के घरेलू आंकड़े डराने वाले
आईपीएल के दो महीने लंबे सफर के थमने के बाद अब सबकी नजर भारत बनाम साउथ अफ्रीका टी20 इंटरनेशनल सीरीज पर है। आईपीएल में जलवा दिखाने वाले तमाम खिलाड़ी इस सीरीज में होंगे। आईपीएल 2022 के दूसरे सबसे बड़े स्कोरर केएल राहुल और ट्रॉफी जीतने वाले कप्तान हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी में विराट कोहली और रोहित शर्मा की गैर-हाजिरी पूरी तरह से छिप गई है। रोहित, विराट से इतर तमाम क्रिकेट फैंस न सिर्फ केएल और हार्दिक की ओर देख रहे हैं, बल्कि जीत को लेकर आश्वस्त भी हैं। टी20 इंटरनेशनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम के आंकड़े टीम इंडिया की जीत के इशारे करते हैं।
टीम इंडिया ने अब तक साउथ अफ्रीका के खिलाफ कुल 15 टी20आई मुकाबले खेले हैं, जिसमें से नौ में उसे जीत मिली है जबकि छह मैच में उसे हार का दीदार करना पड़ा। ये आंकड़े कप्तान लोकेश राहुल को अपने पक्ष में नजर आ सकते हैं। लेकिन ये पूरी सच्चाई नहीं है। यह एक छलावा साबित हो सकता है।
आगामी सीरीज के असल संकेत घरेलू जमीन पर टीम इंडिया के प्रदर्शन से मिलते है। भारतीय टीम का प्रोटियाज के खिलाफ अपने घर में प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपनी मिट्टी पर चार टी20 इंटरनेशन मैच खेले हैं, जिसमें से उसे तीन मैच में हार का स्वाद चखना पड़ा है। यानी भारतीय टीम ने अब तक सिर्फ एक मैच में ही जीत दर्ज करने में कामयाबी पाई है। ये आंकड़े बताते हैं कि इस सीरीज में अफ्रीकी टीम को हराना टीम इंडिया के लिए किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं होने वाला।
आमतौर पर विदेशी जमीन पर टीम इंडिया का प्रदर्शन सवालों के घेरे में रहता है लेकिन प्रोटियाज के खिलाफ खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में वे घर से बाहर सुपरहिट है। भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ विदेश में अब तक सात मैच खेले हैं, जिसमें से पांच में उसे जीत हासिल हुई है। ये आंकड़े जबरदस्त हैं। भारतीय टीम को आगामी सीरीज में इसी प्रदर्शन को दोहराना होगा। आईपीएल के खत्म होने के बाद, टीम इंडिया में शामिल सितारे शानदार फॉर्म में हैं। ऐसे में, टीम इंडिया ने अफ्रीकी टीम के खिलाफ जो काम अब तक सिर्फ विदेश में किया है, उसे अपने घर में न कर पाए, इसकी कोई बड़ी वजह तो नजर नहीं आती। अगर मैदान पर भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी फॉर्म और काबिलियत के मुताबिक प्रदर्शन किया, तो यकीन मानिए टीम इंडिया के घरेलू आंकड़े बेहतर होने वाले हैं।