Highlights
- सेंचुरियन टेस्ट का तीसरा दिन टीम इंडिया के नाम रहा
- दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने दूसरी पारी में एक विकेट के नुकसान पर 16 रन बना लिए हैं
- भारत साउथ अफ्रीका से 146 रन आगे चल रहा है
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सेंचुरियन में जारी पहले टेस्ट का तीसरे दिन टीम इंडिया के नाम रहा। दिन की शुरुआत में तो भारतीय बल्लेबाजों ने निराश किया, मगर अंत में गेंदबाजों ने इसकी भरपाई की। भारत ने दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में 1 विकेट के नुकसान पर 16 रन बना लिए हैं और वह मेजबानों से 146 रन आगे हैं।
टीम इंडिया ने तीसरे दिन की शुरुआत 272 रनों से की। लुंगी एनगिडी और कगिसो रबाडा की घातक गेंदबाजी के सामने टीम इंडिया महज 55 ही ओर रन जोड़ पाई। एनगिडी ने इस दौरान 6 तो रबाडा को 3 विकेट मिले। भआरत की ओर से केएल राहुल ने 123 रनों की सर्वाधिक पारी खेली और टीम इंडिया पहली पारी में 327 रनों पर ढेर हुई।
इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम को भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत से ही परेशन किया। टेम्बा बवुमा के अलावा कोई भी खिलाड़ी 40 का आंकड़ा पार करने में कामयाब नहीं रहा। बवुमा ने इस दौरान शानदार अर्धशतक जड़ा।
भारत की ओर से मोहम्मद शमी ने 5 विकेट हॉल लिया। यह उनके टेस्ट करियर का 6ठां पंजा है। इसी के साथ शमी ने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में 200 विकेट भी पूरे किए। वह भारत के लिए 200 टेस्ट विकेट लेने वाले कुल 11वें और 5वें तेज गेंदबाज बने हैं।
दिन भर में 268 रन बने और 18 विकेट गिरे। भारतीय टीम सुबह तीन विकेट पर 272 रन से आगे खेलते हुए पहली पारी में 327 रन तक ही पहुंच पायी लेकिन उसने दक्षिण अफ्रीका को 197 रन पर आउट करके 130 रन की मजबूत बढ़त ली। भारत को दिन के अंतिम सत्र में फिर से बल्लेबाजी के लिये उतरना पड़ा। उसने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में एक विकेट पर 16 रन बनाये हैं और उसकी कुल बढ़त 146 रन की हो गयी है। पहली पारी में 123 रन बनाने वाले केएल राहुल पांच रन बनाकर क्रीज पर बने हुए हैं।
सुबह एनगिडी (71 रन देकर छह) और कैगिसो रबाडा (72 रन देकर तीन) भारत के बाकी बचे सात विकेट 55 रन के अंदर निकाले तो बाद में जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने के बावजूद भारतीय तेज गेंदबाजों ने कहर बरपाया। शमी ने 44 रन देकर पांच विकेट लिये तो बुमराह (16 रन देकर दो) और शार्दुल ठाकुर (51 रन देकर दो) ने दो – दो जबकि मोहम्मद सिराज (45 रन देकर एक) ने एक विकेट हासिल किया। दक्षिण अफ्रीका तेम्बा बावुमा (52) और क्विंटन डिकॉक (34) के बीच पांचवें विकेट के लिये 72 रन की साझेदारी के दौरान ही कुछ अच्छी स्थिति में दिखा। भारत की दूसरी पारी में मयंक अग्रवाल केवल चार रन बनाकर मार्कों जेनसन की पहली गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे।
अपना पहला मैच खेल रहे जेनसन के पास हैट्रिक का मौका था क्योंकि उन्होंने भारत की पहली पारी में आखिरी विकेट लिया था लेकिन नाइटवाचमैन शार्दुल ठाकुर (नाबाद चार) ने उन्हें यह उपलब्धि हासिल नहीं करने दी। दक्षिण अफ्रीकी पारी में बुमराह ने पारी की पांचवीं गेंद पर ही कप्तान डीन एल्गर (एक) को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलायी। शमी ने लंच के बाद तीसरी गेंद पर कीगन पीटरसन (15) को बोल्ड किया। उनकी लगभग हाफ वॉली पर की गयी गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटों में समा गयी।
इसके बाद उन्होंने एडेन मार्कराम (13) के ऑफ स्टंप से गिल्लियां बिखेरी। बुमराह को टखना मुड़ने के कारण मैदान छोड़ना पड़ा लेकिन उनकी जगह गेंद संभालने वाले सिराज ने आते ही रॉसी वान डर डुसेन (तीन) को गली में अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच कराकर स्कोर चार विकेट पर 32 रन कर दिया। उन्हें अगली गेंद पर डिकॉक का विकेट भी मिल जाता लेकिन राहुल तीसरी स्लिप में कैच नहीं ले पाये। इसके बाद बावुमा और डिकॉक ने कुछ अच्छे शॉट लगाये। बावुमा ने सिराज पर दो चौके जड़कर अपना आत्मविश्वास जगाया और शार्दुल ठाकुर पर भी लगातार दो चौके लगाये। इस बीच डिकॉक ने लांग ऑफ पर छक्का लगाया।
दिन का दर्शनीय शॉट हालांकि बावुमा का तीसरे सत्र में ठाकुर पर लगाया स्ट्रेट ड्राइव था। इससे पहले हालांकि डिकॉक ने ठाकुर की गेंद अपने विकेटों पर खेली जिससे बावुमा के साथ उनकी साझेदारी का अंत हुआ। चाय के विश्राम के बाद शमी ने वियान मुल्डेर (12) को विकेट के पीछे कैच कराया। बावुमा ने शमी पर खूबसूरत चौका लगाकर 16वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया लेकिन एक गेंद बाद विकेटकीपर को कैच दे बैठे। पंत ने इस कैच से टेस्ट मैचों में 100 शिकार पूरे किये।
रबाडा (25) और अपना पहला टेस्ट खेल रहे मार्को जेनसन (19) ने आठवें विकेट के लिये 37 रन की विश्वसनीय साझेदारी की। ठाकुर ने जेनसन को पगबाधा करके यह भागीदारी भी खत्म की जबकि शमी ने रबाडा के रूप में पारी का पांचवां और टेस्ट मैचों में 200वां विकेट लिया। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने इस बीच बुमराह की अनुपस्थिति का भी फायदा उठाया जिन्हें अपने छठे ओवर के दौरान टखने में मोच आने के कारण मैदान छोड़ना पड़ा था। उन्होंने तीसरे सत्र में गेंदबाजी की और केशव महाराज (12) का विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की पारी का अंत किया।
सुपरस्पोर्ट पार्क की पिच पर सुबह के सत्र में एनगिडी और रबाडा ने जलवा दिखाया। इन दोनों ने पिच से मिल रही तेजी और उछाल के बीच लगातार फुललेंथ गेंदें की। रबाडा ने राहुल को हालांकि शार्ट पिच गेंद पर आउट करके भारत को सुबह पहला झटका दिया। राहुल पसली की ऊंचाई तक उठी गेंद को पुल नहीं कर पाये और विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक को आसान कैच दे बैठे।
अंजिक्य रहाणे (48) अर्धशतक पूरा नहीं कर पाये। उन्होंने एनगिडी की लेंथ वाली गेंद को ड्राइव करने का प्रयास किया लेकिन वह बल्ले का किनारा लेकर डिकॉक के सुरक्षित दस्तानों में समा गयी। रविचंद्रन अश्विन (चार) के लिये रबाडा की अतिरिक्त उछाल लेती गेंद बल्ले का किनारा लेकर हवा में लहरा गयी। एनगिडी की कोण लेती गेंद पंत (आठ) के बल्ले और पैड से लगकर फारवर्ड शार्ट लेग के क्षेत्ररक्षक के पास गयी। ठाकुर भी चार रन ही बना पाये। बुमराह (14) और शमी (आठ) ने दो – दो चौके लगाकर स्कोर 327 रन तक पहुंचाया।