IND vs NZ: भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड को 3 मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में 12 रन से हराया। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने शुभमन गिल (208) की डबल सेंचुरी के दम पर 349 रन बोर्ड पर लगाए थे। जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 337 रन पर ऑलआउट हो गई। एक समय पूरी तरह से टीम इंडिया के हाथों में नजर आ रहा ये मुकाबला आखिर तक खिंच गया। न्यूजीलैंड के 6 विकेट सिर्फ 131 रन पर निपटाने के बाद टीम इंडिया के गेंदबाजों ने खराब गेंदबाजी करना शुरू कर दिया, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। इस मैच को एक समय टीम इंडिया गंवाने ही वाली थी, लेकिन अंत में किस्मत पलट गई। इस जीते हुए मैच के बावजूद कई खिलाड़ियों की पोल पहले वनडे में खुल गई।
ऐसे-कैसे चलेगा हार्दिक?
टीम इंडिया इस मैच को आसानी से जीतने के करीब थी। लेकिन तभी गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाना शुरू कर दिया। अपनी पिछली 9 पारियों में एक भी हाफ सेंचुरी ना मारने वाले माइकल ब्रेसवेल ने अचानक टीम इंडिया के गेंदबाजों को धोना शुरू कर दिया। ब्रेसवेल का एक-एक शॉट मैदान के बाहर ही गिर रहा था। देखते ही देखते ये खिलाड़ी 140 रन बना गया। और मोहम्मद सिराज को छोड़कर सभी गेंदबाजों की कुटाई चलती रही। खासकर टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर और भविष्य कप्तान माने जाने वाले हार्दिक पांड्या को जमकर मार पड़ी। हार्दिक इस मैच में बल्ले से सिर्फ 28 रन बना पाए और गेंदबाजी में उन्होंने 10 की रेट से रन लुटाए।
वर्ल्ड कप की तैयारी हुई उजागर
न्यूजीलैंड की टीम में केन विलियमसन मौजूद तक नहीं थे। ऊपर वाले ज्यादतर बल्लेबाज छोटे स्कोर के बाद आउट हो गए थे। उसके बाद निचले क्रम के बल्लेबाज ब्रेसवेल और मिचेल सैंटनर से इतने रन? अब जरा सोचिए कि वर्ल्ड कप में जब भारतीय टीम के सामने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का मजबूत लाइनअप होगा तो क्या होगा? क्या इस तरह हम 10 साल के आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करेंगे? हार्दिक ने 10 ओवर में 70 रन दे दिए तो वहीं शमी ने भी एक कम 69 रन लुटाए। टीम इंडिया भले ही ये मैच जीत गई हो, लेकिन जीत इस तरह नसीब होगी ये किसी को अंदाजा नहीं था। हैरानी की बात ये है कि हार्दिक के रिप्लेसमेंट के नाम पर दूसरा कोई ऑलराउंडर भी नहीं है। लंबे समय से हार्दिक ने ऐसा कोई कमाल नहीं दिखाया है जो दुनिया के बाकी ऑलराउंडर कर रहे हैं।
आखिरी ओवर में मिली जीत
जिस मुकाबले को टीम इंडिया को बहुत पहले जीत लेना चाहिए था, उसे आखिरी ओवर तक खींच दिया गया। न्यूजीलैंड ने 29वें ओवर में 131 के स्कोर पर छठा विकेट गंवाया। इस मोड़ तक मैच भारत की मुट्ठी में था। लेकिन गेंदबाजों के खराब खेल के चलते मैच आखिर तक खिंच गया। आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड को जीत के लिए सिर्फ 20 रन चाहिए थे। ये सिर्फ हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि ब्रेसवेल अगर खड़े रह जाते तो वो 1-2 गेंद पहले ये मैच खत्म कर देते। ब्रेसवेल ने आखिरी ओवर की पहली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया था, वहीं अगली गेंद शार्दुल ने वाइड फेंक दी। जीत के लिए 5 गेंद पर सिर्फ 13 रन रह गए थे। हालांकि शार्दुल ने अंत में यॉर्कर मार ब्रेसवेल की शानदार पारी का अंत कर दिया।