IND vs BAN: भारत और बांग्लादेश के बीच जारी सीरीज के पहले टेस्ट के पहले दिन भारतीय पारी में एक ऐसी घटना हुई जो शायद पहले कभी नहीं हुई थी। चटोग्राम के मैदान पर भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को एक अनोखा जीवनदान मिला। हालांकि इस बीच बांग्लादेश के तमाम खिलाड़ियों ने क्रीज पर 77 रन बनाकर जम चुके अय्यर के विकेट का जश्न भी मना लिया। खुद अय्यर भी अपनी खुशकिस्मती पर हंसते, मुस्कुराते नजर आए। खुशियां दोनों खेमें में थी, जो आखिर तक सिर्फ टीम इंडिया के साथ बनी रह सकी।
यह घटना भारतीय पारी के 84वें ओवर में हुई। स्ट्राइक पर श्रेयस अय्यर थे और गेंद इबादत हुसैन के हाथों में थी। उनकी गेंद ऑफ स्टंप से बाहर की तरफ निकली और स्टंप को छू कर निकल गई। स्टंप और गिल्लियों में लगाी जिंग लाइट चमकी। बाईं गिल्ली स्टंप के ग्रूव से निकली भी लेकिन वह गिरी नहीं। दोनों गिल्लियां स्टंप्स पर जमी रही और जिंग लाइट भी बुझ गई। मैदान पर बांग्लादेश के तमाम खिलाड़ी विकेट के ईर्द गिर्द जमा हो गए पर क्रिकेट रुल बुक के मुताबिक शक की ज्यादा गुंजाइश नहीं बची थी। अय्यर को जीवनदान मिल चुका था।
श्रेयस अय्यर को इससे पहले मिला था एक और जीवनदान
यह इस पारी में श्रेयस अय्यर को मिला पहला जीवनदान नहीं था। इससे पहले 76वें ओवर में मेहदी हसन मिराज की गेंद पर डीप मिडविकेट पर उनका एक कैच छूटा था। मेहदी की इस गेंद पर शॉट को खेलने के लिए अय्यर पिच पर आगे बढ़कर आए पर गेंद से दूर रह गए, लिहाजा लेग साइड पर बैट का बड़ा स्विंग देखने को मिला, लेकिन वह गेंद की पिच तक नहीं पहुंच सके। यही वजह थी कि गेंद उतनी दूरी तय नहीं कर सकी जिसकी उन्हें उम्मीद रही होगी। गेंद सीधे डीप में इबादत हुसैन के पास गई थी, जो उनके हाथों में आकर निकल गई। यह दरअसल किसी लड्डू को टपकाने जैसा था। इस बेहद आसान कैच के छूटने पर बांग्लादेश के तमाम खिलाड़ी हैरान रह गए थे क्योंकि चेतेश्वर पुजारा और अय्यर के बीच बन रहे जबरदस्त स्टैंड को तोड़ने के लिए उन्हें इसी विकेट की जरूरत थी।
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