Boxing Day Test India vs Australia: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज अब अपने उस मुकाम पर है, जहां इसका रोमांच और भी ज्यादा चरम पर पहुंचने वाला है। वैसे तो सीरीज का ये चौथा मुकाबला होगा, जो मेलबर्न में खेला जाएगा, लेकिन ऐसा जान पड़ता है कि अभी-अभी सीरीज का आगाज हुआ है। वो इसलिए क्योंकि तीन मैच के बाद भी सीरीज अभी बराबरी पर है। क्रिकेट में आखिर बॉक्सिंग डे क्या होता है। ये परम्परा कब से पड़ी और सबसे अहम बात ये कि भारतीय टीम का इस तरह के टेस्ट में अब तक रिकॉर्ड कैसा रहा है। ये काफी खास बात है। तो चलिए इन्हीं सब बिन्दुओं को समेटते हुए आपको पूरी जानकारी देते हैं। एमसीजी में अब सिर्फ चार ऐसे भारतीय कप्तान हुए हैं जिनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने टेस्ट मैच मुकाबला जीता है, इस लिस्ट में बिशन सिंह बेदी, सुनील गावस्कर, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे का नाम शामिल है।
26 दिसंबर यानी क्रिसमस के अगले दिन शुरू होगा मुकाबला
पर्थ, एडिलेड और ब्रिस्बेन के बाद अब भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज का कारवां मेलबर्न तक जा पहुंचा है। 26 दिसंबर से यानी क्रिसमस के अगले दिन से ये ऐतिहासिक मुकाबला शुरू होगा। क्रिसमस पर ऑस्ट्रेलिया में छुट्टी, उत्साह और उमंग का माहौल होता है। बॉक्सिंग डे एक ऐसा टेस्ट है, जिसमें क्रिकेट फैंस भारी संख्या में मैच देखने के लिए उमड़ते हैं। वैसे तो बॉक्सिंग डे की परम्परा 1950 के दशक से चली आ रही है। लेकिन समय के साथ-साथ इसमें बदलाव भी होते रहे। साल 1974 में प्रतिष्ठित एशेज सीरीज के दौरान पहली बार बॉक्सिंग डे टेस्ट 26 दिसंबर से शुरू हुआ। ये मैच भी मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ही खेला गया था। खास बात ये है कि इस बार के बॉक्सिंग डे टेस्ट की सारी टिकट मैच शुरू होने से दो सप्ताह पहले ही खत्म हो गई थीं, इसी से इस मैच के रोमांच का अंदाजा लगाया जा सकता है। क्रिसमस पर मिले तोहफों को इस दिन खोला जाता है और छुट्टी का दिन होता है, इसलिए इसे बॉक्सिंग डे टेस्ट कहा जाता है। इसका बॉक्सिंग यानी मुक्केबाजी से कोई लेना देना नहीं है।
टीम इंडिया अब तक खेल चुकी है 9 बॉक्सिंग डे टेस्ट
अब अगर बात भारतीय टीम की करें तो टीम इंडिया ने अब तक 9 बॉक्सिंग डे टेस्ट खेले हैं। इनमें से टीम इंडिया केवल दो ही मुकाबले अपने नाम करने में कामयाब रही है। दो ही मैच ड्रॉ पर भी खत्म हुए हैं। बात अगर हार की करें तो टीम इंडिया पांच मैच हार चुकी है। ये कोई खास रिकॉर्ड नहीं हैं। लेकिन डरने और घबराने की बात ज्यादा नहीं है, क्योंकि भारतीय टीम साल 2011 के बाद से अब तक कोई भी बॉक्सिंग डे टेस्ट नहीं हारी है। यानी करीब 13 साल के आंकड़े तो भारत के पक्ष में हैं। साल 2011 के बाद भारत ने 2014 में बॉक्सिंग डे टेस्ट खेला, जो बराबरी यानी ड्रॉ पर खत्म हुआ। इसके बाद साल 2018 और साल 2021 में भारतीय टीम ने बॉक्सिंग डे टेस्ट जीतने में कामयाबी हासिल की थी। ये आंकड़े भारतीय टीम के लिए राहत की बात है।
छुट्टी के दिन उमड़ता हैं फैंस का हुजूम
खास बात ये है कि जब भी बॉक्सिंग डे टेस्ट होता है तो ऑस्ट्रेलिया समर्थक भारी संख्या में आते हैं। जिससे सामने वाली टीम कुछ ना कुछ तो दबाव महसूस करती ही है। टीम इंडिया ने जब पिछली बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, उस वक्त शानदार प्रदर्शन करने में कामयाबी हासिल की थी। इस बार भी भारतीय टीम में युवा खिलाड़ियों की एक लंबी फौज है। जो दबाव लेना नहीं, बल्कि देना जानती है। पहले की बात करें तो भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों से एक सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा ने शतक लगाने का काम बॉक्सिंग डे टेस्ट में किया है। इतना ही नहीं सचिन तेंदुलकर, अजिंक्य रहाणे और जसप्रीत बुमराह जैसे भारतीय खिलाड़ी को बॉक्सिंग डे टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी अपने नाम कर चुके हैं। मेलबर्न टेस्ट में एक और परंपरा है कि मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने वाले खिलाड़ी को मुलघ पदक मिलता है, जिसका नाम स्वदेशी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर जॉनी मुलघ के सम्मान में रखा गया है।
बॉक्सिंग डे टेस्ट के बाद से भारत की टेस्ट टीम में कई नए चेहरे
पिछले कुछ सालों से टीम इंडिया की टेस्ट टीम कई बदलाव के दौर से गुजर रही है। अगर पिछले बॉक्सिंग डे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से तुलना करें तो बदलाव साफ नजर आते हैं। सबसे बड़ा बदलाव रविचंद्रन अश्विन की अनुपस्थिति है, जिन्होंने ब्रिस्बेन में गाबा टेस्ट में संन्यास ले लिया है। बाकी भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो बॉक्सिंग डे टेस्ट तो छोड़ दीजिए, ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर ही पहली बार आए हैं। इसमें साल 2024 में टेस्ट में बतौर ओपनिंग बल्लेबाज खेलने वाले यशस्वी जायसवाल का नाम सबसे आगे है, जिन्होंने पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में शानदार शतकीय पारी तो खेली थी, लेकिन उसके बाद से उनका बल्ला अब तक खामोश ही देखने को मिला है। वहीं इसके अलावा नितीश कुमार रेड्डी, जिन्होंने अब तक इस दौरे पर अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से सभी को काफी प्रभावित किया है। आकाश दीप, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, अभिमन्यु ईश्वरन, हर्षित राणा पहली बार ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंचे हैं।
एमसीजी में कोहली का है बल्ले से बेहतर रिकॉर्ड
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में साल के आखिर में 26 दिसंबर से खेला जाता है, जिसमें इस मैदान पर भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले प्लेयर्स की लिस्ट को देखा जाए तो उसमें सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे आगे दिखाई देता है। सचिन ने एमसीजी में 10 पारियों में 449 रन बल्ले से बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 44.9 का है। वहीं इस बार मैदान पर उतरने वाली टीम इंडिया की स्क्वाड को देखे तो विराट कोहली से सभी को काफी उम्मीदें रहने वाली हैं, जिन्होंने एमसीजी में 6 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 52.7 के औसत से 316 रन बनाए हैं और उसमें उन्होंने एक शतकीय और 2 अर्धशतकीय पारियां भी खेली हैं। ऐसे में इस बार भी विराट कोहली से एक अच्छी पारी की उम्मीद की जा सकती है। विराट इस मुकाबले में अच्छे रन बनाते हैं तो, भारतीय फैंस के लिए यह टेस्ट मैच और भी खास हो जाएगा।
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