IND vs ENG Semifinal: टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ भारत को 10 विकेट से शर्मनाक हार मिली। इसके बाद टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ एडिलेड में पत्रकारों के सामने आए। उन्हें बताया गया कि नाबाद 86 रन बनाने वाले एलेक्स हेल्स ने अपनी पारी के लिए बिग बैश लीग के अनुभव को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि बीबीएल में खेलने की वजह से उन्हें भारत के खिलाफ आतिशी पारी खेलने में आसानी हुई। लेकिन भारतीय क्रिकेटरों को इसकी अनुमति नहीं है। पत्रकार ने द्रविड़ से सवाल पूछा कि क्या भारतीय क्रिकेटरों को भी विदेशी टी20 लीग में खेलना चाहिए?
विदेशी लीग में खेलने से होगा फायदा- राहुल द्रविड़
द्रविड़ ने माना कि भारतीय खिलाड़ियों को इसका फायदा हो सकता है पर इससे उनके टेस्ट क्रिकेट सेटअप में फर्क आएगा। उन्होंने कहा, “कोई शक नहीं कि इंग्लैंड के खिलाड़ी बिग बैश लीग में खेलते हैं। यह भारतीय क्रिकेट के लिए मुश्किल है क्योंकि पीक सीजन में इस तरह के कई टूर्नामेंट खेले जाते हैं। यह हमारे लिए एक बड़ा चैलेंज है। हमारे कई खिलाड़ी इस तरह की लीग में नहीं खेल पाएंगे। इसपर फैसला लेना बीसीसीआई का काम है क्योंकि यह हमारे सीजन के बीच में खेला जाता है।”
वसीम अकरम ने राहुल द्रविड़ के बयान पर ली चुटकी
द्रविड़ के इस बयान के कुछ ही देर के बाद पाकिस्तान के लीजेंड्री क्रिकेटर और पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि आईपीएल भारतीय खिलाड़ियों को एक भी टी20 वर्ल्ड कप जिताने में नाकाम रहा है। उन्होंने कहा कि आईपीएल 2008 में शुरू हुआ, तब से भारत ने एक भी टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीता है।
विदेशी लीग में खेलने से नहीं बदलेगा भारत का अप्रोच- अकरम
वसीम अकरम ने कहा, “सबको यही लग रहा था कि आईपीएल के 2008 में शुरू होने से भारत को बड़ा फर्क पड़ेगा। इससे पहले भारत 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीती। जब से आईपीएल शुरू हुआ, दुर्भाग्यवश भारत ने कोई टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीता। मैं अभी एक इंटरव्यू सुन रहा था कि उनके खिलाड़ी विदेशी लीग में नहीं खेलते। एक और लीग में खेलने की इजाजत मिल भी जाए तो क्या फर्क पड़ेगा। क्या इससे इन लोगों का अप्रोच बदलेगा?”
IPL के शुरू होने के बाद टी20 वर्ल्ड कप में भारत का प्रदर्शन
अकरम ने द्रविड़ के बयान पर चुभने वाली प्रतिक्रिया दी है लेकिन इसे पूरी तरह से काटा भी नहीं जा सकता। इतिहास बताता है कि 2008 में आईपीएल के शुरू होने के बाद कुल 7 टी20 वर्ल्ड कप खेले गए जिसमें भारतीय टीम कभी विजेता नहीं बन सकी। 2009, 2010 और 2012 में भारत का सफर सुपर 8 में खत्म हो गया। 2014 में टीम इंडिया फाइनल में पहुंची, 2016 में सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी। 2020 में भारत को लीग स्टेज से ही बाहर होना पड़ा और 2022 में सेमीफाइनल में उसने शर्मनाक हार का सामना किया।