IND vs WI: भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है। सीरीज के पहले मैच में यशस्वी जायसवाल ने टीम इंडिया की तरफ से अपना टेस्ट डेब्यू किया था। जायसवाल ने अपने डेब्यू मैच के बाद से ही काफी इंप्रेस किया है। पहले मुकाबले में उन्होंने 171 रनों की पारी खेली थी। वहीं दूसरे टेस्ट मैच में जायसवाल ने 57 रन बनाए। जायसवाल की शानदार डेब्यू के पीछे टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का काफी अहम योगदान रहा। रोहित शर्मा ने एक छोर से जायसवाल के साथ टिककर लगातार बल्लेबाजी करते रहे। जायसवाल ने भी यह माना है उनकी सफलता के पीछे रोहित शर्मा का काफी अहम योगदान रहा है।
जायसवाल ने कही ये बात
यशस्वी जायसवाल ने अपने शानदार डेब्यू का श्रेय कप्तान रोहित शर्मा के साथ क्रीज पर लगातार बात करते रहने को दिया है। जायसवाल और रोहित ने डोमिनिका में पहले टेस्ट में 229 रन की साझेदारी की थी जबकि यहां दूसरे टेस्ट में 139 रन की साझेदारी करके भारत को अच्छी शुरुआत दी। पहले टेस्ट में 171 रन बनाने के बाद यहां 74 गेंद में 57 रन बनाने वाले जायसवाल ने कहा कि रोहित भैया के साथ बल्लेबाजी करना अच्छा लगता है। हम लगातार हालात के बारे में बात करते रहते हैं और आगे कैसे खेलना है, हम क्या कर सकते हैं वगैरह। उनके साथ बल्लेबाजी करना शानदार है।
जायसवाल ने यह भी कहा कि उनकी सफलता का राज यह है कि वह हर किसी के अनुभव से सीखते हैं लेकिन करते वही है जो उन्हें रास आता है। राहुल द्रविड़, विराट कोहली और बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड से मिली सलाह के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि हर किसी का चीजों को बताने का अपना तरीका है और अपना अनुभव है। मैं सभी की सुनता हूं और जो मेरे खेल के अनुकूल होता है, वह करता हूं। अनुभवी खिलाड़ी जब बोलते हैं तो सीखने के लिए बहुत कुछ होता है। मैं उसे सुनता हूं और अपने खेल के अनुरूप उसे अपनाने की कोशिश करता हूं। उनके अनुभव से छोटी छोटी बातें सीखना बहुत अच्छा लगता है।
दोहरा शतक नहीं लगाने का है अफसोस
यह पूछने पर कि सब कुछ पाने के लिए काफी संघर्ष झेलने के कारण क्या हर प्रारूप में उनके भीतर रन बनाने की भूख है, जायसवाल ने कहा कि हां। मेरी यही इच्छा है कि जब भी बल्लेबाजी के लिए उतरूं तो टीम के लिए सबसे बेस्ट प्रदर्शन करूं। हर मैच में योगदान देना चाहता हूं। पहले मैच में दोहरे शतक से चूकने का दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर मैं दुखी हूं। लेकिन यह होता है। मुझे हर अनुभव से सीखना है। जब भी बल्लेबाजी करूं तो लंबी पारी खेलने की कोशिश करूं। दबाव का, हालात का, विकेट का, माहौल का हर चीज का मजा ले रहा हूं।
Input PTI