भारत और श्रीलंका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला 7 अगस्त को खेला जाना है। इस मैच से पहले भारतीय ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर का मानना है कि श्रीलंका के खिलाफ तीसरा और अंतिम वनडे मैच जीतना टीम इंडिया के लिए चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में स्पिन के खतरे का सामना करने का बड़ा मौका होगा। साथ ही अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से पहले टीम की तैयारियों के लिहाज से काफी अहम होगा। भारतीय टीम पर 27 साल में श्रीलंका के खिलाफ अपनी पहली द्विपक्षीय वनडे सीरीज हारने का संकट मंडरा रहा है। भारतीय टीम को सीरीज के दूसरे वनडे में 32 रन से हार का सामना करना पड़ा था। यह हार बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण मिली थी, जो श्रीलंकाई स्पिन आक्रमण का सामना करने में नाकाम रहे थे।
सुंदर ने तीसरे वनडे मैच से पहले मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘यह हमारे लिए एक मौका है कि हम मैदान पर उतरें और जिम्मेदारी लेकर मुश्किल परिस्थितियों में जीत हासिल करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर है कि आने वाले बड़े टूर्नामेंटों में हम ऐसी ही परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। मुश्किल परिस्थितियों में जीतने के लिए हमें तरीके खोजने होंगे, खासकर इस तरह के हालात में शानदार स्पिन अटैक के खिलाफ।’’
सुंदर ने किया स्पिनरों का बचाव
टीम इंडिया के ऑलराउंडर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमने अब तक इस सीरीज में जो कुछ भी किया है, हम उसे एक सीख के रूप में लेंगे। हम आगे बढ़ने और कल मैच जीतने की कोशिश करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्पिन के खिलाफ हमारे पास वर्ल्ड क्लास बल्लेबाज हैं, बस सही रास्ता खोजने की जरूरत है।’’ सुंदर ने बल्लेबाजों का बचाव भी किया जो अब तक सीरीज में स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम स्पिन के अच्छे खिलाड़ी हैं। हमने हमेशा इस तरह के विकेटों पर खेला है, यहां तक कि घरेलू मैदान पर, टेस्ट मैचों में और विभिन्न फॉर्मेट में भी। घरेलू क्रिकेट में भी हम इस तरह के विकेटों पर बहुत सारे मैच खेलते हैं।’’ सुंदर ने कहा, ‘‘और हम जानते हैं कि हमारे कई खिलाड़ियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, खासकर मिडिल ऑर्डर में स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए।’’
उन्होंने कहा, "हर कोई जानता है कि यह काफी चुनौतीपूर्ण विकेट है। जाहिर है, भारतीय टीम हमेशा तैयार रहती हैं, खासकर जब चुनौती सामने आती है। और यही वह समय है जब हम बल्ले और गेंद दोनों से बहुत अच्छे रहे हैं, और हम चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से बाहर निकलकर आए हैं। और पिछले कई सालों से भारतीय क्रिकेट टीम यही कर रही है। इसलिए मुझे लगता है कि यह वही है, इस सीरीज में भी यही स्थिति रही है। यह सिर्फ व्यक्तिगत रूप से रास्ता खोजने और काम पूरा करने के बारे में है।"
(With PTI Inputs)