शुभमन गिल ने 2019 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया लेकिन पहला टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने के लिए उन्हें तीन साल का इंतजार करना पड़ गया। इस देरी के पीछे की वजह नेशनल सेलेक्टर और टीम मैनेजमेंट की एक खास सोच हो सकती है। मुमकिन है खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट के लिए गिल की काबिलियत पर उन्हें शक रहा हो। विडंबना यह है कि शुभमन ने अपनी शुरुआती दो पारियों से ही सेलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट की इस शंका पर मुहर भी लगा दी है। श्रीलंका के खिलाफ जारी सीरीज में वह शुरुआती दोनों मुकाबले में बतौर सलामी बल्लेबाज नाकाम साबित हुए।
शुभमन गिल बने टीम की कमजोर कड़ी
टीम इंडिया को राजकोट में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के तीसरे और आखिरी टी20 इंटरनेशनल में करो या मरो का मुकाबला खेलना है। इस मैच में कप्तान हार्दिक पंड्या प्लेइंग इलेवन में दिखी तमाम कमजोरियों को बाहर रखकर मैदान में उतरेंगे। यानी इस मुकाबले में शुभमन गिल का टीम से पत्ता कट सकता है। गिल ने दूसरे टी20 मैच में 3 गेंदों में 5 रन बनाए और पहले मैच में 5 गेंदों में 7 रन बनाकर आउट हुए थे। बेशक, वह टीम की सबसे कमजोर कड़ी बन चुके हैं। टीम मैनेजमेंट अगले मैच में गिल की जगह बेंच पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे दूसरे ओपनर को ट्राई कर सकता है।
ऋतुराज गायकवाड़ को मिल सकता है मौका
सीरीज के निर्णायक मुकाबले में भारतीय टीम ऋतुराज गायकवाड़ को प्लेइंग इलेवन में मौका दे सकती है। 25 साल के गायकवाड़ के पास शुभमन गिल के मुकाबले टी20 इंटरनेशनल खेलने का ज्यादा अनुभव है। वह भारत के लिए अब तक 9 टी20 मैच की 8 पारियों में 135 रन बना चुके हैं। हालांकि लगभग 17 के औसत से बने ये रन अच्छे आंकड़े नहीं हैं लेकिन उनका मौजूदा फॉर्म शानदार है। वह डोमेस्टिक क्रिकेट में पिछले 5 मैचों में 3 शतक लगा चुके हैं। उन्होंने महाराष्ट्र की कप्तानी करते हुए विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक ठोका था। इसके बाद असम और सौराष्ट्र के खिलाफ भी शतकीय पारियां खेली थी। घरेलू पिचों पर गायकवाड़ की ये फॉर्म अगले मैच में टीम इंडिया को एक मजबूत और विस्फोटक शुरुआत दिला सकती है।
टी20 सीरीज के लिए भारतीय स्क्वॉड
हार्दिक पांड्या (कप्तान), सूर्यकुमार यादव (उपकप्तान), इशान किशन (विकेटकीपर), ऋतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, जितेश शर्मा, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, हर्षल पटेल, उमरान मलिक, शिवम मावी, मुकेश कुमार।