श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम वनडे सीरीज में मुश्किलों में घिरी है। पहला मैच टाई होने के बाद दूसरे वनडे में रोहित की कप्तानी वाली टीम इंडिया को 32 रनों के करारी हार झेलनी पड़ी। ऐसे में अब टीम इंडिया पर सीरीज हारने का खतरा मंडरा रहा है। अगर भारत को सीरीज में बराबरी हासिल करनी है तो उसे किसी भी हाल में तीसरा और आखिरी वनडे जीतना होगा। दूसरे वनडे में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टीम को शानदार आगाज दिया लेकिन पहला विकेट गिरने के बाद पूरी टीम लड़खड़ा गई। रोहित शर्मा ने 44 गेंदों पर 64 रनों की पारी खेली। रोहित के अलावा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और अक्षर पटेल ने क्रीज पर जमने की कोशिश की लेकिन ये नाकाफी रही। श्रीलंकाई गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया जिसका नतीजा ये हुआ कि टीम इंडिया पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल सकी और महज 42.2 ओवरों में 208 रनों पर ढेर हो गई।
इस हार से रोहित शर्मा काफी निराश हुए और अब उन्होंने बल्लेबाजों से थोड़ा रिस्क लेने की गुजारिश की है ताकि बेहतर परिणाम हासिल किए जा सके। आरसीबी की ऑफिशियिल वेबसाइट ने रोहित के हवाले से बताया, "जब आप मैच हारते हैं तो सबकुछ दुख देता है। ये सिर्फ 10 ओवर की बात नहीं है। तुमको लगातार क्रिकेट खेलना है और हम उस दिन नाकाम रहे। थोड़ा निराश हूं लेकिन ऐसा होता है। आपको परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढालना होता है।"
बल्लेबाजों को रिस्क लेना होगा
रोहित ने आगे कहा, "लेफ्ट-राइट बल्लेबाज के हिसाब से हमें लगा कि स्ट्राइक रोटेट करना आसान होगा। जैफ्री को क्रेडिट जाता है जिसने 6 विकेट झटके। मैं 65 रन बना पाया क्योंकि मैंने उसी हिसाब से खेला। जब मैं बल्लेबाजी करता हूं तो थोड़ा रिस्क लेना होता है। अगर आप लाइन पार नहीं करोगे तो हमेशा निराशा झेलनी पड़ेगी।"
भारत और श्रीलंका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में 7 अगस्त को खेला जाएगा। मेजबान श्रीलंका के पास तीसरे मैच में जीत के साथ सीरीज पर कब्जा करने का शानदार मौका होगा क्योंकि भारतीय टीम 0-1 से पिछड़ रही है। भारत को सीरीज में हार से बचने के लिए तीसरा मैच जीतना जरूरी होगा। अगर श्रींलका सीरीज जीतने में कामयाब होता है तो वह 1997 के बाद भारत के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने का ऐतिहासिक कारनामा कर देगा।