टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसे वह जल्द भुलाना चाहेगी। भारतीय गेंदबाजों ने एक ऐसा कीर्तिमाल बनाया जिसे देखकर उन्हें शर्मिंदगी होगी। इस मैच में टीम इंडिया ने दो ऐसे रिकॉर्ड अपने नाम किए जहां तक दुनिया का कोई भी टेस्ट खेलने वाला देश पहले नहीं पहुंचा था। भारतीय गेंदबाजों ने 20 ओवर की पारी को अपने लापरवाह रवैये से कहीं ज्यादा लंबा बना दिया। उन्होंने पहले गेंदबाजी करते हुए 20 ओवर की जगह 21.5 ओवर बॉलिंग की। यानी गेंदबाजों ने इस मुकाबले में जमकर रन लुटाए। इस मैच में भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया। कप्तान के इस फैसले को उनके गेंदबाजों ने पलीता लगा दिया जिसकी अगुवाई युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने की।
भारतीय गेंदबाजों ने बनाया सर्वाधिक नो-बॉल डालने का रिकॉर्ड
पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के मैदान पर भारत ने एक दो नहीं बल्कि कुल सात नो-बॉल डाले। यह टेस्ट खेलने वाले देशों के बीच खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा नो-बॉल डालने का रिकॉर्ड है। भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका के खिलाफ सात नो-बॉल डालकर टी20 इंटरनेशनल में न्यूजीलैंड के छह नो बॉल डालने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। न्यूजीलैंड ने 27 नवंबर 2020 को वेस्टइंडीज के खिलाफ छह नो-बॉल डालने का रिकॉर्ड बनाया था।
अर्शदीप ने की सर्वाधिक नो-बॉल डालने के रिकॉर्ड की बराबरी
अर्शदीप सिंह ने इस मैच में सिर्फ दो ओवर गेंदबाजी की और इस दौरान कुल पांच नो-बॉल डालकर एक अनचाहे रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। उन्होंने घाना के गेंदबाज अजीज सुआले के एक टी20 इंटरनेशनल मैच में सर्वाधिक पांच नो बॉल डाले के रिकॉर्ड की बराबरी की। बता दें कि उन्होंने अपने पहले ही ओवर में तीन नो-बॉल फेंके। अर्शदीप ने अपने दो ओवर में 18.50 की इकॉनमी से 37 रन लुटाए।
भारतीय गेंदबाजों ने 11 एक्स्ट्रा बॉल फेंके
भारतीय गेंदबाजों का ये खस्ताहाल सिर्फ नो-बॉल तक ही सीमित नहीं रहा। उन्होंने इस पारी में कुल चार वाइड बॉल भी डाली। शिवम मावी ने दो और उमरान मलिक ने एक वाइड बॉल डाली। भारतीय गेंदबाजों के इस खराब प्रदर्शन को श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने जमकर भुनाया और छह विकेट पर 206 रन बना डाले।