Highlights
- एल्गर ने 188 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से नाबाद 96 रन बनाये
- दक्षिण अफ्रीका ने तीन विकेट पर 243 रन बनाकर वांडरर्स में भारत के खिलाफ जीत दर्ज की
डीन एल्गर की धैर्य और आवश्यक आक्रामकता से भरी कप्तानी पारी से दक्षिण अफ्रीका ने गुरुवार को वांडरर्स में अपना सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करके भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में सात विकेट से जीत दर्ज की और तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर करायी। एल्गर ने 188 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से नाबाद 96 रन बनाये जिससे दक्षिण अफ्रीका ने बारिश से प्रभावित चौथे दिन 240 रन के लक्ष्य के सामने तीन विकेट पर 243 रन बनाकर वांडरर्स में भारत के खिलाफ अपनी पहली जीत दर्ज की।
विराट कोहली के बिना खेल रहे भारत ने अपनी पहली पारी में 202 और दूसरी पारी में 266 रन बनाये जबकि दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 229 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी। एल्गर ने बुधवार को एडेन मार्कराम (31) के साथ पहले विकेट के लिये 47 और कीगन पीटरसन (28) के साथ दूसरे विकेट के लिये 46 रन की साझेदारियां करने के बाद गुरुवार को रॉसी वान डर डुसेन के साथ 82 रन और तेम्बा बावुमा (नाबाद 23) के साथ 68 रन की साझेदारी करके दक्षिण अफ्रीका की आसान जीत सुनिश्चित की। भारत ने वांडरर्स पर इससे पहले मैच नहीं गंवाया था।
उसने यहां दो मैचों में जीत दर्ज की थी और इससे भारतीय टीम यहां अजेय बढ़त लेकर दक्षिण अफ्रीका में पहली टेस्ट सीरीज जीतने के लक्ष्य के साथ उतरी थी लेकिन एल्गर ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब केपटाउन में 11 जनवरी से शुरू होने वाला तीसरा मैच निर्णायक बन गया है। भारतीय गेंदबाज दबाव बनाने में नाकाम रहे। जसप्रीत बुमराह को विकेट नहीं मिला जबकि मोहम्मद सिराज पूरी तरह से फिट नहीं थे जिससे भारतीय रणनीति प्रभावित हुई।
दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के विश्वसनीय ड्राइव वास्तव में दर्शनीय थी जिससे उन्होंने भारतीयों को हावी नहीं होने दिया। पहले दो सत्र का खेल बारिश की भेंट चढ़ने के बाद आखिर में स्थानीय समयानुसार तीन बजकर 45 मिनट (भारतीय समयानुसार सात बजकर 15 मिनट) पर खेल शुरू हो पाया। दक्षिण अफ्रीका ने दो विकेट पर 118 रन से आगे खेलना शुरू किया। तब वह लक्ष्य से 122 रन दूर था।
दक्षिण अफ्रीका ने दो घंटे से थोड़ा अधिक समय में यह रन बना दिये। बादल छाये होने के और दूधिया रोशनी के बावजूद भारत ने बुमराह के साथ रविचंद्रन अश्विन से गेंदबाजी का आगाज करवाया। एल्गर ने वहीं से शुरुआत की जहां पर कल उन्होंने अपनी पारी समाप्त की थी। एल्गर धैर्य की प्रतिमूर्ति बने रहे। उन्होंने जल्द ही अश्विन पर मिडऑन पर चौका लगाकर अपने टेस्ट करियर का 19वां अर्धशतक पूरा किया।
वान डर डुसेन का बुमराह पर किया ड्राइव आकर्षक था। इस बीच आउटफील्ड गीली होने के कारण अंपायरों को गेंद बदलनी पड़ी। गेंद गीली हो जाने से भी भारतीय गेंदबाजों को परेशानी हुई। बुमराह, मोहम्मद शमी और सिराज की तीन शार्ट पिच गेंद पर दक्षिण अफ्रीका को कुल 15 वाइड रन मिले। शमी के ओवर में 14 रन बने जिसमें वान डर डुसेन के दो नियंत्रित चौके भी शामिल थे।
वान डर डुसेन जब खतरनाक नजर आ रहे थे तब शमी ने उन्हें बाहर जाती गेंद पर पहली स्लिप में चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराया। भारत को जल्द ही तेम्बा बावुमा का भी विकेट मिल जाता लेकिन ठाकुर ने फालोथ्रू में कैच छोड़ दिया। बावुमा ने तब खाता भी नहीं खोला था। एल्गर ने हालांकि शमी पर लगातार दो चौके लगाकर फिर से गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। बावुमा ने पहली पारी की तरह खुलकर खेलना शुरू किया जबकि एल्गर ने सिराज के एक ओवर में तीन चौके लगाकर रही सही कसर पूरी कर दी। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने आखिर में विजयी चौका लगाया।