Highlights
- हर्षल पटेल टी20 सीरीज में तीन मैचों मे ले चुके हैं छह विकेट
- तीसरे मैच में चार खिलाड़ियों को किया था आउट
- भारत के लिए खेला था पिछला टी20 विश्व कप
हर्षल पटेल अपनी विविधतापूर्ण गेंदबाजी के दम पर भारतीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने में लगे हुए हैं। इसमें वह काफी हद तक सफल भी रहे हैं। आईपीएल में दो सीजन से शानदार गेंदबाजी करते हुए उन्होंने सभी को प्रभावित किया है और भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाह रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जारी मौजूदा टी20 सीरीज में भी वह तीन मैच में छह विकेट ले चुके हैं, इसमें चार विकेट उन्होंने तीसरे टी20 में झटके। हालांकि हर्षल के लिए यह सब इतना आसान नहीं है।
भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा कि उनका मानना है कि अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को लंबा खींचने के लिए उन्हें अपने खेल की 'विविधता' को लगातार विकसित करना होगा। पिछले साल नवंबर में टी20 विश्व कप के बाद भारत की ओर से पदार्पण करने वाले हर्षल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में छह महीने से अधिक समय में 11 मैच में 19.52 की औसत से 17 विकेट चटकाए हैं।
धीमी गति की पिचें हर्षल की गेंदबाजी शैली के अधिक अनुकूल हैं और ऐसा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले दो मुकाबलों में जाहिर हुआ जबकि पहले मैच में फिरोजशाह कोटला पर वह काफी महंगे साबित हुए थे। हर्षल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टी20 की पूर्व संध्या पर कहा कि ईमानदारी से कहूं तो पिछले दो साल से (आईपीएल में) लोग यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि मैं कैसी गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा हूं। गेंदबाज को विरोधी खिलाड़ी जितना अधिक खेलेंगे उतना वे महसूस करेंगे कि गेंदबाज का मजबूत पक्ष और गेंदबाजी का तरीका क्या है।
उन्होंने कहा कि गेंदबाज के रूप में मेरा काम है कि मैं उनसे एक कदम आगे रहूं। आपके पास 15 तरह की योजनाएं हो सकती हैं लेकिन अगर किसी निश्चित दिन दबाव की स्थिति में अगर आप मैदान पर आत्मविश्वास के साथ योजना को लागू नहीं कर पाए तो तो सभी चीजें आपके पक्ष में नहीं होंगी। मेरा ध्यान इसी बात पर है कि मैच में उस समय मैं सर्वश्रेष्ठ संभव गेंद फेंक सकूं।
इस तेज गेंदबाज ने अपनी गेंदबाजी की विविधता से विरोधी बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है और उन्होंने कहा कि उन्हें इसे लगातार विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैं गति को लेकर चिंता नहीं करता क्योंकि मैं उमरान मलिक जितनी तेजी से गेंदबाजी नहीं कर सकता। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को प्रभावी बनाने के लिए मुझे कौशल का विकास करना होगा। मैं कभी तूफानी गेंदबाज नहीं रहा लेकिन मैं 140 किमी प्रति घंटे के आसपास पहुंच सकता हूं। हर्षल ने कहा कि मेरा ध्यान हमेशा अपने गेंदबाजी कौशल में विकास करने पर होता है और इस दौरान मैं अपनी गेंदबाजी के मजबूत और कमजोर पक्षों पर ध्यान देता हूं।