Highlights
- भारत ने 82 रनों से जीता राजकोट टी20, SA के खिलाफ दर्ज की सबसे बड़ी जीत
- दिनेश कार्तिक ने जड़ा पहला टी20 अर्धशतक, आवेश खान का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
- पांच मैचों की टी20 सीरीज 2-2 की बराबरी पर, 19 जून को होगा फाइनल मैच
साउथ अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा टी20 सीरीज में शुरुआती दो मुकाबले हारकर 0-2 से पिछड़ने के बाद टीम इंडिया ने जोरदार वापसी की। भारत ने पहले विशाखापट्टनम फिर राजकोट में मेहमान टीम को बुरी तरह पीटा और यह दो जीतें भारत की साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 क्रिकेट की सबसे बड़ी जीत भी थीं। वाइजैग में भारत ने मेहमानों को 48 रनों से हराया था तो राजकोट में 82 रनों से पीटा और सीरीज को 2-2 से बराबर किया। अब सीरीज का फाइनल मुकाबला 19 जून को बेंगलुरु में खेला जाएगा।
कैसे मिली यह ऐतिहासिक जीत?
भारत के लिए इस जीत में कई हीरो रहे, लेकिन सबसे बड़ा योगदान रहा दिनेश कार्तिक और हार्दिक पंड्या का। एक समय भारत का स्कोर 130 तक जाता दिख रहा था। हार्दिक पंड्या क्रीज पर पहले से मौजूद थे और पंत के जाते ही दिनेश कार्तिक आए और उन्होंने 3-4 गेंदें समझने के बाद अफ्रीकी गेंदबाजों की क्लास लगाना शुरू कर दी। उन्होंने अपने टी20 करियर का पहला अर्धशतक जड़ा और 27 गेंदों पर शानदार 55 रन बनाए। वहीं हार्दिक ने भी 31 गेंदों पर 47 रनों की पारी खेली।
इसकी बदौलत भारत ने साउथ अफ्रीका को 170 रनों का लक्ष्य दिया और फिर हर मैच की तरह यहां भी भुवनेश्वर कुमार ने शुरुआत से ही विरोधियों पर प्रेशर बना दिया। इसके बाद आवेश खान, युजवेंद्र चहल और हर्षल पटेल ने एक के बाद एक विकेट लेकर अफ्रीकी टीम को पस्त कर दिया। कप्तान टेम्बा बावुमा चोट के कारण रिटायर्ड हर्ट रहे और 87 रनों पर 9 विकेट गंवाकर टीम ऑलआउट हो गई। इस तरह भारत ने यह मुकाबला 82 रनों से अपने नाम कर लिया। आवेश ने 4, युजी ने 2 और हर्षल व अक्षर को 1-1 सफलता मिली।
भारत की साउथ अफ्रीका पर सबसे बड़ी जीतें
- 82 रन से जीता भारत, राजकोट 2022
- 48 रन से जीता भारत, विशाखापट्टनम 2022
- 37 रन से जीता भारत, डरबन 2007
T20 क्रिकेट में साउथ अफ्रीका के सबसे कम स्कोर
- 87- बनाम भारत, राजकोट 2022
- 89- बनाम ऑस्ट्रेलिया, जोहानिसबर्ग, 2020
- 96- बनाम ऑस्ट्रेलिया, केपटाउन, 2020
- 98- बनाम श्रीलंका, कोलंबो 2018
भारतीय टीम ने सीरीज में गेंदबाजों की बदौलत वापसी तो कर ली है लेकिन अभी भी टीम की कई समस्याए हैं जिसे उन्हें सुधारना होगा। खासतौर से कप्तान ऋषभ पंत की फॉर्म और उनका गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट होना। इसके अलावा शीर्षक्रम में रुतुराज गायकवाड़ को अपने प्रदर्शन में स्थिरता लानी होगी। साथ ही स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को अफ्रीका के तेज गेंदबाजों के आगे अपनी विफलताओं से पार पाना ही होगा अगर भारत को यह सीरीज अपने नाम करनी है।
साउथ अफ्रीका से घर पर कभी नहीं जीती टीम इंडिया
सबसे खास बात यह है कि भारतीय टीम अभी तक साउथ अफ्रीका के खिलाफ घर पर कभी भी द्विपक्षीय टी20 सीरीज नहीं जीत पाई है। 2015-16 में भारत को तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से हार मिली थी वहीं 2019-20 में भारतीय टीम 1-1 से सीरीज ड्रॉ करवाने में कामयाब रही थी। अब तीसरी यह द्विपक्षीय टी20 सीरीज दोनों टीमों के बीच भारत में खेली जा रही है। ऋषभ पंत की यह टीम शानदार वापसी के बाद ड्राइविंग सीट पर है और ऐसे में उनके पास मौका है इतिहास रचने का।