Highlights
- भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जाएगी वनडे सीरीज
- मुकेश कुमार को 16 खिलाड़ियों वाले स्क्वॉड में मिली है जगह
- दोनों तरीके से स्विंग गेंदबाजी के साथ विकेट निकालने में माहिर
IND vs SA: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज के लिए 16 खिलाड़ियों वाले स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है। बीसीसीआई ने रविवार को टीम की घोषणा करते हुए तीन मैचों की सीरीज के लिए शिखर धवन को कप्तान जबकि श्रेयस अय्यर को उपकप्तान बनाया। वहीं सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में चयनकर्ताओं ने कई युवा खिलाड़ियों को उनके हालिया प्रदर्शन के आधार पर टीम में मौका दिया है। इसमें एक ऐसा ही नाम तेज गेंदबाज मुकेश कुमार का भी है। मुकेश पिछले कुछ समय से घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं और अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचने में सफल रहे।
वॉट्सएप ग्रुप से चयन का पता चला
बंगाल से खेलने वाले बिहार के गोपालगंज निवासी मुकेश ने टीम इंडिया के लिए चुने जाने पर खुशी का इजहार किया और साथ ही पिता को याद करते हुए भावुक हो गए। 28 साल के मुकेश कुमार को राष्ट्रीय टीम में चयन के बारे में तब तक पता नहीं चला था जब तक उन्हें भारतीय टीम के आधिकारिक वाट्सएप ग्रुप में शामिल नहीं किया गया।
पिता को किया याद
मुकेश ने राजकोट से समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘‘मैं बहुत भावुक हो गया। सब धुंधला सा लग रहा था। मुझे सिर्फ अपने दिवंगत पिता काशी नाथ सिंह का चेहरा याद आ रहा था। जब तक मैं बंगाल के लिये रणजी ट्रॉफी में नहीं खेला, तब तक मेरे पिता को नहीं लगा कि मैं पेशेवर तौर पर खेलने के लिये अच्छा हूं। उनको शक था कि मैं काबिल हूं भी या नहीं।’’
रणजी फाइनल्स के दौरान पिता का हुआ निधन
रणजी फाइनल्स से पहले ही उनके पिता का ‘ब्रेन स्ट्रोक’ से निधन हो गया। मुकेश सुबह ट्रेनिंग करते और अस्पताल में अपने पिता के बिस्तर के पास समय बिताते। बिहार के गोपालगंज जिले के मुकेश ने कहा, ‘‘आज मेरी मां की आंखों में आंसू थे। वह भी बहुत भावुक हो गयी थीं। घर पर हर किसी ने रोना शुरू कर दिया।’’
न्यूजीलैंड ए के खिलाफ झटके पांच विकेट
वह तीन बार सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की परीक्षा में बैठ चुके हैं क्योंकि उनके पिता चाहते थे कि वह सरकारी नौकरी करे। सीआरपीएफ तो नहीं लेकिन मुकेश प्रथम श्रेणी क्रिकेटर के तौर पर सीएजी (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक कार्यालय) के साथ कार्यरत हैं। वह नयी गेंद से बंगाल के सबसे निरंतर गेंदबाज हैं लेकिन न्यूजीलैंड ए के खिलाफ पहले टेस्ट में पांच विकेट और ईरानी कप के पहले दिन चार विकेट ने उनकी भारतीय टीम में जगह बनाने में अहम भूमिका निभाई।
दोनों तरीके से स्विंग करने की काबिलियत
दोनों तरीकों से गेंद स्विंग कराने की उनकी काबिलियत पर इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘आपके हाथों की कलाकारी भगवान की देन है, लेकिन उनके दिए हुए आर्शीवाद पर मेहनत नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा।’’
भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में जाना उनके लिये ज्यादा से ज्यादा सीखने का मौका होगा। उन्होंने कहा, ‘‘जीवन का मतलब ही सीखते रहना है, जो कभी खत्म नहीं होता। मेरी कोशिश यह सुनिश्चित करने की होगी कि मैं जब तक क्रिकेट खेलूंगा तब तक सीखना जारी रहेगा।’
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया:
शिखर धवन (कप्तान), श्रेयस अय्यर (उपकप्तान), रुतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, रजत पाटीदार, राहुल त्रिपाठी, ईशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), शाहबाज अहमद, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, रवि बिश्नोई, मुकेश कुमार अवेश खान, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर।