साउथ अफ्रीका के खिलाफ लिमिटेड ओवरों की सीरीज में केएल राहुल एक बार फिर से टीम इंडिया की कमान संभालेंगे। दोनों टीमों के टी20 और वनडे मैचों की सीरीज खेली जानी है। वहीं टी20 सीरीज के लिए विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है। ऐसे में टी20 सीरीज में राहुल के पास अपनी कप्तानी को साबित करने का एक और मौका है।
आपको बता दें कि भारतीय टीम की कप्तानी करते हुए केएल राहुल के रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है। राहुल इससे पहले भी केएल साउथ अफ्रीका दौरे पर भारतीय टीम की कप्तानी कर चुके हैं। जहां टीम तीन वनडे और एक टेस्ट मैच खेली थी। इस दौरान भारतीय टीम को सभी मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में भारत के कप्तान के तौर पर राहुल का रिकॉर्ड 0-4 का है।
यह भी पढ़ें- ENG vs NZ : जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल
हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में लखनऊ सुपरजाइंट्स की टीम राहुल की कप्तानी में प्लेऑफ तक का सफर तय किया था। राहुल इससे पहले पंजाब किंग्स के भी कप्तान रह चुके थे लेकिन इसके बावजूद इस लीग में कप्तान के तौर पर आंकड़े राहुल के पक्ष में नहीं है। राहुल की कप्तानी में टीम को 50 फीसदी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है।
ऐसे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में राहुल का प्रदर्शन अगर उम्मीद के अनुरूप नहीं रहता है तो आगे आने वाले समय में शायद ही उन्हें फिर से टीम की अगुवाई करने का मौका मिले। क्योंकि टीम इंडिया की कोशिश है कि वह भविष्य के लिए ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को कप्तान के तौर पर तैयार करें।
यह भी पढ़ें- IND vs SA: सीरीज के टिकट कैसे खरीदें, कितनी है कीमत, जानिए यहां
आईपीएल 2022 में केएल राहुल का प्रदर्शन
इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में केएल राहुल लखनऊ सुपरजाइंट्स के लिए कुल 15 मैचों में मैदान पर उतरे थे। इस दौरान उन्होंने 51.33 की औसत से 616 रन बनाए। इस दौरान राहुल ने दो शतक और चार अर्धशतक भी लगाए। इस सीजन में उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 103 रन का रहा।
यह भी पढ़ें- IND vs SA T20 Series : पहले मैच में ये हो सकती है टीम इंडिया की Playing XI
हालांकि राहुल ने अपनी टीम के लिए दमदार खेल का प्रदर्शन किया लेकिन इसके बावजूद धीमी बल्लेबाजी के कारण उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। टीम इस सीजन अपने 15 मैचों में से 9 में जीत हासिल की जबकि उसे 4 मैच में हार का सामना करना पड़ा और वह लीग में चौथे स्थान पर रही।