भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही चार मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला 8 नवंबर को डरबन के किंग्समीड मैदान पर खेला गया। इस मैच को टीम इंडिया ने 61 रनों से अपने नाम करने के साथ सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। वहीं अब इस सीरीज का दूसरा मुकाबला गकेबरहा के सेंट जॉर्ज पार्क में 9 नवंबर को खेला जाएगा। इस मैच में टीम इंडिया की कोशिश जहां जीत हासिल कर सीरीज में 2-0 की बढ़त लेने पर होगी तो वहीं मेजबान अफ्रीका सीरीज को बराबरी पर लाना चाहेगी। ऐसे में गकेबरहा के इस मैदान की पिच काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है।
अब तक गकेबरहा में खेले गए हैं चार टी20 मुकाबले
साउथ अफ्रीका के गकेबरहा के सेंट जॉर्ज पार्क में खेले जाने वाले इस टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले को लेकर बात की जाए तो यहां पर अब तक सिर्फ 4 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले गए हैं, जिसमें पहला मैच साल 2007 में साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज की टीम के बीच हुए था, जिसमें विंडीज टीम ने 5 विकेट से मुकाबले को अपने नाम किया था। वहीं अब तक गकेबरहा में खेले गए सभी चार मैचों में से 2 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत हासिल की है तो 2 बार टारगेट का पीछा करने वाली टीम मुकाबले को अपने नाम करने में कामयाब हुई है। इस मैदान पर टीम इंडिया ने अब तक सिर्फ एक मुकाबला खेला है जो उन्होंने पिछले साल अफ्रीका के दौरे पर खेला था जहां उन्हें डकवर्थ लुईस के नियमानुसार 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। यहां की पिच को लेकर बात की जाए तो इस पर तेज गेंदबाजों के लिए अच्छा बाउंस देखने को मिलेगा, जिससे नई गेंद के खिलाफ रन बनाना बल्लेबाजों के आसान काम नहीं रहने वाला है। हालांकि पिच पर थोड़ा समय बिताने के बाद वह रनों की गति को बढ़ा सकते हैं। स्पिनर्स को भी खेल आगे बढ़ने के साथ पिच से थोड़ी मदद मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
भारतीय टीम को पिछली बार इस मैदान पर मिली थी हार
गकेबरहा में मैदान पर अब तक टीम इंडिया ने सिर्फ एक टी20 मैच खेला है जिसमें उन्होंने पहले बल्लेबाजी करते हुए 19.3 ओवर्स में 7 विकेट के नुकसान पर 180 रनों का स्कोर बनाया था। इस मैच में भी सूर्यकुमार यादव ने ही टीम इंडिया की कप्तानी की थी, जिसमें उनके बल्ले से 56 रनों की बेहतरीन पारी देखने को मिली थी, इसके अलावा रिंकू सिंह ने भी नाबाद 68 रन बनाए थे। हालांकि बारिश की वजह से खेल को छोटा कर दिया गया था, जिसमें डकवर्थ लुईस नियमानुसार 152 रनों का टारगेट मिला था, जिसे उन्होंने 5 विकेट के नुकसान पर 13.5 ओवर्स में हासिल कर लिया था।
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