Highlights
- भारत और पाकिस्तान के बीच अब नहीं होती आपसी सीरीज
- 19 मार्च को होगी एशियाई क्रिकेट परिषद की बैठक
- रमीज राजा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से करेंगे बात
पाकिस्तान लगातार भारत के साथ क्रिकेट खेलने की कोशिश में जुटा हुआ है। भारत और पाकिस्तान के बीच अब केवल आईसीसी के टूर्नामेंट में ही आमना सामना होता है। बाकी भारतीय टीम ने पाकिस्तान से सभी क्रिकेट रिश्ते खत्म कर लिए हैं, यहां तक बीसीसीआई पाकिस्तान के खिलाड़ियों को आईपीएल तक में हिस्सा नहीं लेने देता। इसके बाद भी पाकिस्तान की ओर से आपस में खेलने की कोई न कोई जुगाड़ निकालने की कोशिश जारी रहती है। अब दुबई में एसीसी की बैठक होनी है, इसलिए पीसीबी के चेयरमैन रमीज राज बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से कुछ खास बात करना चाहते हैं। इसका खुलासा खुद रमीज राजा ने किया है।
चा देशों के क्रिकेट टूर्नामेंट का प्रस्ताव देंगे रमीज राजा
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख रमीज राजा ने कहा है कि वह चार देशों के एक दिवसीय टूर्नामेंट के बारे में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से बात करेंगे। 19 मार्च को दुबई में एशियाई क्रिकेट परिषद यानी एसीसी की बैठक होनी है, इसी में बात करने की बात कही जा रही है। रमीज राजा ने नेशनल स्टेडियम पर पत्रकारों से कहा कि उन्होंने टूर्नामेंट का प्रस्ताव रखा है, जिसमें भारत और पाकिस्तान के अलावा आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें भी हों। उन्होंने कहा कि इसका मकसद यह था कि भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों को एक दूसरे के खिलाफ अधिक खेलने का मौका मिले और आईसीसी के अन्य सदस्य देशों का राजस्व बढ़े।
रमीज राजा बोले, एशिया कप के लिए टीम इंडिया आएगी पाकिस्तान
रमीज राजा ने ये भी कहा कि मैं दुबई में एसीसी बैठक के दौरान सौरव गांगुली से इस बारे में बात करूंगा। हम दोनों पूर्व कप्तान और खिलाड़ी रह चुके हैं और हमारे लिए क्रिकेट सियासत से अलग है। उन्होंने कहा कि अगर भारत राजी नहीं भी होता है तो आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ तीन देशों का टूर्नामेंट पाकिस्तान में खेला जा सकता है। रमीज ने यकीन जताया कि भारतीय टीम अगले साल एशिया कप खेलने पाकिस्तान आएगी। उन्होंने कहा कि मुझे लगता कि वे आएंगे। अगर वे नहीं आते हैं तो हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है। बीसीसीआई सचिव जय शाह पहले ही रमीज के प्रस्ताव को यह कहकर खारिज कर चुके हैं कि भारत का मकसद खेल का वैश्वीकरण है और अल्पकालिक वित्तीय फायदे नहीं।
(Bhasha inputs)