IND vs PAK: भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के महामुकाबले में अब दो दिन से भी कम का समय बचा है। इसके लिए दोनों टीमें मेलबर्न पहुंचकर अभ्यास भी शुरू कर चुकी हैं। लेकिन सुपर 12 स्टेज के इस मैच से पहले टीम इंडिया के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है, या यूं कहें कि कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बन गया है।
भारतीय टीम हालांकि इस मैच के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर चुकी है लेकिन कुछ ऐसे सवाल हैं जिसका उसे जवाब ढूंढना होगा। सबसे बड़ा सवाल यही है कि बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल और दाएं हाथ के अनुभवी स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन में किसे मौका दिया जाए। पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले अक्षर पटेल कोच राहुल द्रविड की देखरेख में नेट सत्र पर लंबे समय तक गेंदबाजी अभ्यास करते दिखे लेकिन चिर-प्रतिद्वंद्वी टीम में बाएं हाथ के तीन बल्लेबाजों की मौजूदगी के कारण अंतिम एकादश में उनका चयन मुश्किल होगा।
टीम इंडिया में लगातार हो रहे बदलाव
दरअसल भारतीय टीम ने पिछले एक साल के दौरान अंतिम एकादश में कई बदलाव किये है। इसमें से कुछ बदलाव कार्यभार प्रबंधन के कारण हुये तो कुछ खिलाड़ियों की चोटों के कारण। ऐसे में टीम का संतुलन बिगड़ता रहा है। टीम के ज्यादातर खिलाड़ियों ने शुक्रवार को अभ्यास करने की जगह विश्राम करने को तरजीह दी। अंतिम एकादश में कप्तान रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या की जगह सुनिश्चित है तो वहीं मौजूदा लय के मामले में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर दिनेश कार्तिक ऋषभ पंत से आगे हैं।
कार्तिक का खेलना लगभग तय
कार्तिक ने शुक्रवार को बल्लेबाजी अभ्यास के बाद लंबे समय तक विकेटकीपिंग का अभ्यास भी किया। पंत भारतीय बल्लेबाजी के शीर्ष छह में बायें हाथ के इकलौते बल्लेबाज है ऐसे में अगर कार्तिक और पंत दोनों को अंतिम एकादश में शामिल किया जाता है, तो रोहित को पांड्या को पांचवें गेंदबाजी विकल्प के तौर पर इस्तेमाल के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जो कई मौकों पर टीम के लिए परेशानी का सबब रहा है।
अक्षर और अश्विन में किस पर दांव
पंत की तरह ही स्पिन गेंदबाजी में अक्षर की भी स्थिति है। वह पिछले कुछ समय से टीम के सबसे बेहतर गेंदबाज रहे हैं। पाकिस्तान के शीर्ष क्रम में हालांकि फखर जमान, मोहम्मद नवाज और खुशदिल शाह जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाजों की मौजूदगी में बाएं हाथ के स्पिनर को खेलना महंगा पड़ सकता है। इस विभाग में रविचंद्रन अश्विन के अनुभव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि उनकी मौजूदगी टीम में विविधता लाती है। ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों में युजवेंद्र चहल टीम के पहली पसंद के स्पिनर होंगे तो वही तेज गेंदबाजी में मोहम्मद शमी के साथ भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह सिंह की टीम में जगह पक्की लग रही है। मौजूदा लय को देखते हुए हर्षल के लिए टीम में जगह बनाना मुश्किल होगा।