टीम इंडिया को शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज का दूसरा वनडे मैच खेलना है। रायपुर में होने वाले इस मुकाबले को लेकर भारतीय प्लेइंग इलेवन में पेंच फंसा हुआ है। बैटिंग ऑर्डर में कौन-कौन से बल्लेबाज मैदान में उतरेंगे तय है, पर असल समस्या गेंदबाजों को लेकर है। सीरीज के पहले वनडे में एक्सप्रेस बॉलर उमरान मलिक को ड्रॉप करके शार्दुल ठाकुर को मौका दिया गया था। लगातार बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे उमरान को बाहर बिठाने के टीम मैनेजमेंट के फैसले की आलोचना भी हुई थी। यही वजह है कि दूसरे मैच से पहले टीम के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे बॉलिंग लाइनअप की तस्वीर साफ करने के लिए मीडिया के सामने आए।
शार्दुल को क्यों खिलाया गया पहला वनडे?
गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने शुक्रवार को कहा कि शार्दुल ठाकुर को पहले वनडे में उमरान मलिक पर तरजीह देकर चुना गया क्योंकि वह भारतीय बल्लेबाजी में गहराई लाते हैं। उनके मुताबिक उमरान इस साल भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप की प्लानिंग का हिस्सा बने रहेंगे। म्हाम्ब्रे ने कहा कि ठाकुर और मलिक दोनों ही अलग अलग तरीकों से टीम के लिये महत्व रखते हैं।
बॉलिंग कोच ने कहा, ‘‘ठाकुर को हमने बल्लेबाजी के कारण चुना। वह बल्लेबाजी में गहराई देते हैं। हम पिच देखेंगे और तभी इसके मुताबिक ही टीम कॉम्बिनेशन पर फैसला करेंगे। वह भारत के लिये अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं।’’
उमरान को खिलाने कौन करेगा फैसला?
मलिक के बारे में महाम्ब्रे ने कहा, ‘‘जिस तरह से वह आगे बढ़ रहे हैं, उन्हें देखकर काफी खुशी होती है। रफ्तार भी मायने रखती है और इससे गेंदबाजी आक्रमण में एक अलग आयाम जुड़ता है। उन्हें खिलाने का फैसला पिच पर और टीम कॉम्बिनेश की जरूरत पर निर्भर करेगा।’’
वर्ल्ड कप में क्या होगी उमरान की भूमिका?
भारत में होने वाले वर्ल्ड कप में अब बमुश्किल 10 महीने का वक्त बाकी है। यह इस मेगा इवेंट के लिए टीम को अंतिम रूप देने का वक्त है। इस सवाल पर म्हाम्ब्रे ने कहा, ‘‘जहां तक वर्ल्ड कप की बात है तो उमरान पूरी तरह रणनीति में शामिल है। वह टीम के लिये काफी अहम हैं।’’
अगर भारतीय टीम मैनेजमेंट उमरान मलिक को वर्ल्ड कप से जुड़ी अपनी रणनीति का अहम हिस्सा मानता है तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा मैच प्रैक्टिस देने की भी जरूरत होगी। फौरी जरूरतों के लिए उन्हें डगआउट में बिठाना बाद में बड़े मंच पर नुकसान पहुंचा सकता है।