भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज में टीम इंडिया को 1-0 से हार का सामना करना पड़ा। इस सीरीज के लिए शिखर धवन को टीम इंडिया का कार्यवाहक कप्तान बनाया गया था। शिखर धवन के लिए यह पहली ऐसी सीरीज थी जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। शिखर धवन अपने बेबाक अंदाज से बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इस साल उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा। आप सोच रहे होंगे कि शिखर धवन ने तो इस साल रन बनाए हैं। लेकिन आपको बता दे कि शिखर धवन ने इस साल 39.41 की औसत से तो बल्लेबाजी की है, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 75.11 का है।
क्या है वो शर्मनाक रिकॉर्ड
शिखर धवन ने साल 2012-13 से भारत के लिए वनडे में ओपन करना शुरू किया है। ओपन करते हुए उन्होंने साल दर साल शानदार प्रदर्शन किया और भारत के लिए कई उपलब्धियां भी हसिल की। लेकिन इस साल का उनका स्ट्राइक रेट बेहद निराशाजनक है। वनडे में इस साल के स्ट्राइक रेट ने उनके साथ एक शर्मनाक रिकॉड भी जोड़ दिया है। वह इस दशक के सबसे खराब स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी करने वाले भारतीय ओपनिंग बल्लेबाज बन गए हैं। 75.11 के स्ट्राइक रेट से यह साफ जाहिर होता है कि शिखर धवन पर प्रेशर है और वह टीम इंडिया में बने रहने के लिए ज्यादा से ज्यादा रन बनाना चाहते हैं। जिस वजह से वह अपने स्ट्राइक रेट पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं। शिखर धवन ने इस साल भारत के लिए 19 मैचों में 670 रन बनाए हैं।
गांगुल भी इस लिस्ट में शामिल
शिखर धवन के अलावा भारत के लिए सौरव गांगुली के नाम भी ऐसा रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने साल 2001 में ओपन करते हुए 71.81 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी। वहीं साल 2007 में भी उनका स्ट्राइक रेट 71.93 का था। इन दो सालों के स्ट्राइक रेट ने उनके नाम पिछले दशक यह शर्मनाक रिकॉर्ड जोड़ दिया था।
शिखर धवन ने इस साल भारत के लिए चार सीरीज में कप्तानी की है। जिसमें उन्होंने भारत को तीन में जीत दिलवाई है। यह बतौर कप्तान शिखर धवन की पहली हार थी। शिखर धवन अब भारत के लिए बांग्लादेश दौरे पर नजर आएंगे। इस दौरे पर टीम के लगभग सभी सीनियर खिलाड़ी मौजूद होंगे। वहीं रोहित शर्मा टीम के कप्तान होंगे। ऐसे में शिखर धवन के उपर से प्रेशर भी कम होगा और वह अच्छी स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर सकेंगे।