Ahmedabad Pitch Report : भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेली जा रही टी20 सीरीज के दो मैच हो चुके हैं, लेकिन दोनों में से एक भी बार बड़ा स्कोर देखने के लिए नहीं मिला है। न्यूजीलैंड ने हर बार पहले बल्लेबाजी की है। पहले मैच में तो टीम इंडिया स्कोर को चेज नहीं कर पाई और हार गई, लेकिन दूसरे मैच में चुंकि टारगेट ही 100 रन था, इसलिए एक गेंद शेष रहते मैच जीत लिया गया और सीरीज बराबरी पर आ गई है। तीन मैचों की सीरीज का आखिरी मैच तब काफी खास हो जाता है, जब सीरीज बराबरी पर चल रही हो। पहले दो मैचों के बाद अब सवाल उठने लगा है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि तीसरे मैच में भी ऐसी ही पिच मिले और बल्लेबाजों को मुश्किल हो। तीसरा मैच एक फरवरी को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाना है।
लखनऊ की पिच की हो रही खूब आलोचना, मैच में नहीं लगा एक भी छक्का
सीरीज का पहला मैच रांची में खेला गया था, यहां पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम ने छह विकेट पर 176 रन बनाए थे, यानी भारत के सामने जीत के लिए 177 रनों का लक्ष्य था। जिस तरीके से आज की तारीख में क्रिकेट खेला जाता है, वहां 200 का लक्ष्य भी सुरक्षित नहीं है तो फिर 177 की क्या बिसात, लेकिन उस वक्त पोल खुल गई, जब भारतीय टीम लाख कोशिश के बाद भी 20 ओवर में नौ विकेट पर 155 रन ही बना सकी और 21 रन से मैच गंवा दिया। इस मैच में टीम इंडिया के वॉशिंगटन सुंदर को छोड़कर एक भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका। हालांकि सूर्यकुमार यादव ने जरूर 47 रन बनाए थे, लेकिन वे नाकाफी साबित हुए। हार्दिक पांड्या की कप्तानी में टीम इंडिया की ये दूसरी हार थी। इसके बाद आया दूसरा मैच जो लखनऊ के भारत रत्न अटल विहारी बाजपेयी इकाना स्टेडियम में खेला गया। यहां की पिच का मामला तो और भी गंभीर निकला। यहां भी न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी की, लेकिन टीम 20 ओवर में केवल 99 रन ही जोड़ सकी। जब पहली पारी का खेल खत्म हुअ, तब उम्मीद जताई जा रही थी कि टीम इंडिया अधिक से अधिक 15 ओवर में ही मैच खत्म कर देगी, लेकिन बल्लेबाजी शुरू हुई तो हकीकत पता चली। शुरुआती विकेट जल्दी गिर गए और सारा दारोमदार आ गया कप्तान हार्दिक पांड्या और उप कप्तान सूर्यकुमार यादव पर, जिसे दोनों बल्लेबाजों ने बाखूबी निभाया तो लेकिन जीत मिली जाकर 19.5 ओवर में यानी एक गेंद शेष रहते।
अहमदाबाद में कैसी होगी पिच
लखनऊ के मैच के बाद कप्तान हार्दिक पांड्या ने पिच की काफी आलोचना भी की, इसके बाद गेंदबाजी कोच ने भी इस पर सवाल उठाए। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी कई दिग्गजों ने कहा कि ये पिच टी20 लायक थी ही नहीं। अब ये बात तो पिच क्यूरेटर ही जानें कि पिच जानबूझकर ऐसी तैयार की गई थी, या फिर अनजाने में ही ऐसा हो गया। लेकिन अब सवाल ये है कि अहमदाबाद की पिच कैसी होगी। अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम अभी करीब दो साल पहले ही बनकर तैयार हुआ है और ये दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है। यहां की पिच की बात की जाए तो बताया जाता है कि यहां कई पिच हैं। खास तौर पर लाल मिट्टी और काली मिट्टी की पिचें तैयार की गई हैं। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि एक फरवरी को होने वाला मैच किस तरह की पिच पर होगा, लेकिन माना जा रहा है कि स्कोर बहुत ज्यादा नहीं बनेगा तो इतना छोटा भी नहीं होगा, जो हाल लखनऊ में हुआ। अभी तक खेले गए मैचों की बात की जाए तो यहां पर पहली पारी का औसत स्कोर 174 है और दूसरी पारी का औसत स्कोर 166 रन है। यानी यहां पर 160 से 170 रन तक बन सकते हैं, जैसा हमने रांची में खेले गए पहले मैच में देखा था। हालांकि कितने रन बनेगे, इसके बारे में ज्यादा जानकारी तभी मिल सकती है, जब ये तय होगा कि किस पिच पर मैच होगा। लेकिन इतना तो पक्का है कि जो लखनऊ में हुआ कि पूरे मैच में एक भी छक्का नहीं आया, ऐसा तो शायद नहीं ही होगा।