Highlights
- शार्दुल ठाकुर का इंग्लैंड के खेलना तय
- टीम में निभाते हैं चौथे गेंदबाज की भूमिका
- पिछले साल इंग्लैंड में किया था शानदार प्रदर्शन
भारत और इंग्लैंड के बीच शुक्रवार से एजबेस्टन में पांचवां टेस्ट शुरू हो रहा है। भारतीय टीम के पास इस मैच को जीतकर इंग्लैंड में उसी के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है। टीम इंडिया को अगर यह मैच जीतना है तो उसके गेंदबाजों का प्रदर्शन काफी मायने रखेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ सालों में भारत को टेस्ट में एक मजबूत टीम बनाने में गेंदबाजों ने ही अहम भूमिका निभाई है।
बुमराह, शमी और सिराज जैसे तेज गेंदबाजों के साथ-साथ शार्दुल ठाकुर ने भी खास योगदान दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ पिछले दौरे पर शार्दुल ने एक ऑलराउंडर के तौर पर शानदार प्रदर्शन किया था और इस बार भी उनसे वैसे ही प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। शार्दुल भी इस बात को बखूबी जानते हैं और इसलिए वह अपने प्रदर्शन में और सुधार की बात करते हैं।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज शार्दुल ने 'बीसीसीआई टीवी' से बातचीत में कहा कि इस समय हमारे तेज गेंदबाजी विभाग में हर कोई अच्छा प्रदर्शन कर रहा है जिनमें (मोहम्मद) शमी, (जसप्रीत) बुमराह, उमेश (यादव - जब भी उन्हें मैच मिलता है) शामिल हैं। इशांत (शर्मा) इसमें थे और आमतौर पर वे नयी गेंद से शुरूआत करते और कई दफा ऐसा होता कि वे पहले स्पैल में दो-तीन विकेट झटक लेते और मुझे बाद में गेंदबाजी का मौका मिलता।
ठाकुर अकसर चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि वह मुश्किल परिस्थितियों में गेंदबाजी करना पसंद करते हैं और वह प्रभाव डालने के लिये इसे सही समय भी मानते हैं। उन्होंने कहा कि मौका तब बनता है जब कोई भागीदारी हो रही होती है और मुख्य गेंदबाज को आराम दिया जाना है और तीसरे और चौथे गेंदबाज को स्पैल में ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इस मौके पर, मेरे लिये एक विकेट चटकाने और टीम के लिये कुछ करने का मौका रहता है। मुझे लगता है कि इस तरह की स्थितियों में गेंदबाजी करना मेरा काम है और मुझे यह पसंद है क्योंकि अगर मैं अच्छा प्रदर्शन करता हूं तो इससे खेल पर असर पड़ता है।
पालघर के इस तेज गेंदबाज ने ओवल में चौथे टेस्ट में इंग्लैंड पर 157 रन की जीत में अहम भूमिका अदा की थी। ठाकुर उस भारतीय टीम में शामिल हैं जो शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट में खेलेगी। 30 साल के इस गेंदबाज ने कहा कि मुझे लगता है कि इंग्लैंड गेंदबाजों के लिये जन्नत की तरह है, वे ऐसा इसलिये कहते हैं क्योंकि गेंद काफी स्विंग करती है और कभी कभार आप एक ही स्पैल में काफी विकेट झटक लेते हो। इसलिये मुझे लगता है कि क्रिकेट खेलने और गेंदबाजी करने के लिये इंग्लैंड मेरे पसंदीदा स्थल में से एक है।
इंग्लैंड में काफी 'लेटरल मूवमेंट' होता है और यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसका इस्तेमाल किस तरह करते हो। ठाकुर ने ओवल में चौथे टेस्ट में अहम भूमिका निभायी थी, उन्होंने दो महत्वपूर्ण अर्धशतक जड़ने के साथ दोनों पारियां में अहम विकेट चटकाये थे। पहले मैच में उन्होंने 36 गेंद में 57 रन बनाये जिससे भारत को 191 रन का स्कोर बनाने में मदद मिली। दूसरी पारी में उन्होंने 72 गेंद में 60 रन बनाये। अपने प्रदर्शन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि ये महत्वपूर्ण पारियां थीं। इंग्लैंड बड़ी बढ़त बना सकता था लेकिन हम वापसी करने में सफल रहे। जब आप इस तरह की पारियां खेलते हो, इससे टीम के साथी प्रेरित होते हैं कि हमें मैच में वापसी करने का एक अच्छा मौका मिला है। इसका गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण पर भी असर दिखता है।