भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में मिली हार के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा काफी निराश नजर आए। रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया को पहली पारी में 190 रनों की लीड हासिल करने के बाद भी 28 रनों से मैच हारना पड़ा। टीम इंडिया हार के साथ ही इस सीरीज में 0-1 से पीछे हो गई है। टीम इंडिया को जीत के लिए इस मैच में सिर्फ 231 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन भारतीय टीम 202 रन पर ऑलआउट हो गई। मैच के खत्म होने के बाद रोहित शर्मा ने एक बड़ा बयान दिया है।
रोहित ने किसे ठहराया हार का जिम्मेदार
रोहित ने कहा कि "मैच चार दिनों तक खेला गया, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि गलती कहां हुई। 190 की बढ़त मिलने के बाद हमें लगा कि हम खेल में काफी आगे हैं।" ओली पोप की बल्लेबाजी पर रोहित ने कहा कि असाधारण बल्लेबाजी, मैंने भारतीय परिस्थितियों में किसी विदेशी बल्लेबाज द्वारा देखी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी में से एक, ओली पोप ने शानदार पारी खेली। रोहित शर्मा ने हार के पीछे टीम इंडिया की बल्लेबाजी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मुझे लगा कि 230 का स्कोर हासिल किया जा सकता है, पिच में ज्यादा कुछ नहीं था। हमने स्कोर तक पहुंचने के लिए अच्छी बल्लेबाजी नहीं की।
गेंदबाजों को लेकर क्या कहा
रोहित ने गेंदबाजों को लेकर कहा कि "मैंने जाकर देखा कि हमने कहां गेंदबाजी की, हमने सही जगह गेंदबाजी की। जब आप दिन खत्म करते हैं, तो आप एनलेसिस करते हैं कि क्या अच्छा रहा और क्या अच्छा नहीं रहा। गेंदबाजों ने प्लान को वास्तव में अच्छी तरह से निभाया, लेकिन पोप में वास्तव में शानदार बल्लेबाजी की है। एक या दो चीजों को जिम्मेदार ठहराना कठिन है। कुल मिलाकर, हम एक टीम के रूप में विफल रहे। उनकी बल्लेबाजी और हमारी बल्लेबाजी की पहली पारी के बाद, मुझे लगा कि हम खेल में काफी आगे हैं। हमने उस स्कोर तक पहुंचने के लिए अच्छी बल्लेबाजी नहीं की।
सिराज और बुमराह से क्या चाहते थे रोहित
पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन के आखिरी पलों में मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह बल्लेबाजी कर रहे थे। वें थोड़ी देर और ठीके रह चाते तो टीम इंडिया इस मैच को पांचवें दिन तक ले जा सकती थी, लेकिन सिराज के आउट होने के कारण उन्हें यह मैच गंवाना पड़ा। इसपर रोहित ने कहा कि मैं चाहता था कि सिराज और बुमराह खेल को पांचवें दिन तक ले जाएं। 20-30 रन, कुछ भी संभव है। निचले क्रम ने सच में वहां बहुत अच्छा संघर्ष किया और टॉप ऑर्डर को दिखाया कि आपको उससे लड़ने की जरूरत है। कुल मिलाकर कहा जाए तो रोहित टॉप ऑर्डर की बल्लेबाजी से खुश नहीं है।
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