IND vs BAN: भारतीय क्रिकेट टीम ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में बांग्लादेश को 188 रनों से मात दी। टीम इंडिया सीरीज में 1-0 से आगे हो चुकी है और अब नजरें दूसरे टेस्ट पर टिकी हुई हैं। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से ये सीरीज टीम इंडिया के लिए काफी अहम है। इसी बीच अगले टेस्ट से पहले टीम इंडिया के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है।
अगले मैच में बॉलिंग नहीं करेंगे शाकिब!
बांग्लादेश के मुख्य कोच रसेल डोमिंगो ने संकेत दिया है कि कप्तान शाकिब अल हसन अगले सप्ताह भारत के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट में विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेल सकते हैं। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर शाकिब ने भारत की पहली पारी के दौरान केवल 12 ओवर फेंके और पसली तथा कंधे की समस्याओं के कारण दूसरे पारी में एक भी ओवर नहीं फेंका। बांग्लादेश की दूसरी पारी में उनके 84 रन टीम के सकारात्मक पहलुओं में से एक था।
कोच ने किया फैसला
डोमिंगो ने कहा, ‘‘वह एक बल्लेबाज (केवल) के रूप में खेल सकता था। जाहिर तौर पर उसने पर्याप्त ओवर नहीं फेंके। वह अभी भी अपने कंधे और अन्य चोट से जूझ रहा है। इसके कारण हमारे पास सिर्फ चार गेंदबाज थे जो हमारे लिए एक बड़ा झटका था।’’ दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज इबादत हुसैन भी पीठ की चोट के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर पाए।
डोमिंगो ने कहा, ‘‘इबादत भी चोटिल हो गया इसलिए हमारे पास सिर्फ तीन गेंदबाज रह गए। उस समय टीम को संतुलित करना बहुत मुश्किल था। मैं 100 प्रतिशत निश्चित नहीं हूं कि शाकिब गेंदबाजी कर पाएंगे या नहीं। वह निश्चित रूप से बल्लेबाज के रूप में खेलने के लिए उपलब्ध हैं जो हमारे लिए एक मुद्दा है। हमें एक ऑलराउंडर की जरूरत है।’’
इस खिलाड़ी को किया टीम में शामिल
बांग्लादेश ने ढाका में 22 दिसंबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए 15 सदस्यीय टीम में बाएं हाथ के स्पिनर नासुम अहमद को शामिल किया है। बांग्लादेश की पहली पारी 150 रन पर सिमट गई जिसके बाद पहली पारी में 404 रन बनाए वाले भारत ने मेजबान टीम के सामने 513 रन का कठिन लक्ष्य रखा। डोमिंगो ने कहा, ‘‘हम प्रतिस्पर्धा करना चाहते थे। भारत एक अच्छी टीम है लेकिन एक बार फिर बल्ले से एक खराब सत्र ने मैच में हमारी संभावनाओं को खत्म कर दिया। 400 एक अच्छा स्कोर है लेकिन चटगांव में इससे निपटा जा सकता है। हमें पहली पारी में 150 रन पर आउट नहीं होना चाहिए था। सबसे निराशाजनक बात बल्लेबाजों का खराब निर्णय लेना है।’’